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गांजा वैध करने के पक्ष में ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन...

अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन ने गांजा वैध करने के पक्ष में बड़ा कदम उठाया है, जो अमेरिका में बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकता है. कंपनी ने सक्रिय तौर पर कानून के लिए समर्थन का भी ऐलान किया है.

अमेरिकी कंपनी अमेजॉन ने कहा है कि वह देश में गांजे को वैध किए जाने का समर्थन करती है और अपने यहां कर्मचारिओं की भर्ती के लिए कुछ नौकरियों में इस बात की जांच नहीं करेगी कि आवेदक गांजे का नशा करता है या नहीं. दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजॉन अब न सिर्फ अमेरिका में गांजे को वैध बनाने का समर्थन करेगी बल्कि उसकी नीतियां बनाने वाली टीम मैरिउआना ऑपरच्युनिटी रीइन्वेस्टमेंट ऐंड एक्सपंजमेंट एक्ट के पक्ष में सक्रियता से काम करेगी.

इस कानून के जरिए अमेरिका में संघीय स्तर पर गांजे को वैध कराने की कोशिश की जा रही है. अमेजॉन के उपभोक्ता मामलों के प्रमुख डेव क्लार्क ने एक ब्लॉग के जरिए कंपनी का यह रुख सार्वजनिक किया है. उन्होंने कहा है कि कंपनी अपने यहां कुछ नौकरियों को छोड़कर बाकियों में आवेदकों का वीड-टेस्ट नहीं करेगी, यानी यह नहीं देखेगी कि वे गांजे का सेवन करते हैं या नहीं.

क्लार्क ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा नियमित की गई नौकरियों में ऐसा नहीं होगा. अमेरिका के कई राज्यों में मैरिउआना को वैध दर्जा हासिल है. लेकिन कंपनियों ने अब तक कैनाबीज उद्योग को सहयोग नहीं किया है क्योंकि केंद्रीय स्तर पर यह अभी भी एक प्रतिबंधित उत्पाद है.अमेजॉन का यह रुख कई बड़े बदलावों की शुरुआत हो सकता है.

क्लार्क ने लिखा है, "कई अन्य कंपनियों की तरह हम भी अब तक बहुत से लोगों को अमेजॉन में काम करने से इसलिए अयोग्य मानते रहे हैं कि वे मैरीउआना के सेवन के टेस्ट में फेल हो गए थे. लेकिन, जिस तरह पूरे अमेरिका में राज्यों के कानून बदल रहे हैं, उससे हमने भी अपना रुख बदल लिया है.”

मुकदमे का खतरा

हाल ही अमेजॉन पर एक जनहित याचिका का खतरा मंडरा रहा था दिसमें दावा किया गया था कि न्यू यॉर्क राज्य में नौकरी के आवेदकों की जांच करके वह कानूनों का उल्लंघन कर रही है. पिछले साल माइकल थॉमस नाम के एक व्यक्ति ने कहा था कि उसे कंपनी के एक वेयरहाउस में इसलिए नौकरी नहीं दी गई क्योंकि वह गांजे के लिए पॉजीटिव पाया गया. थॉमस ने कंपनी के खिलाफ ब्रूकलिन की फेडरल कोर्ट में मुकदमा कर दिया था.

वेस्ट लॉ टुडे के मुताबिक थॉमस का मुकदमा लिपस्काई लोव नाम की एक लीगल फर्म लड़ रही है. थॉमस का तर्क है कि अमेजॉन लोगों की जांच करके न्यू यॉर्क के कानून में पिछले साल हुए एक संशोधन का उल्लंघन कर रही है. इस कानून के तहत कंपनियों के कुछ नौकरियों के तहत आवेदक का मैरिउआना के लिए ड्रग टेस्ट करने पर रोक लगा दी गई है. अमेरिका में कई राज्यों और शहरों ने ऐसे ही कानून अपना लिए हैं.

अमेरिका के विभिन्न राज्यों में गांजे को लेकर अलग-अलग कानून हैं. छह राज्यों आइडहो, व्योमिंग, कैन्सस, टेनसी, अलाबामा और साउथ कैरोलाइना में गांजा आज भी पूरी तरह से गैरकानूनी है. 16 राज्य अपने यहां गांजे के प्रयोग को वैध कर चुके हैं. इनमें न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन भी शामिल हैं. बाकी राज्यों में कई जगह इसे अपराध के दायरे से बाहर किया जा चुका है और कई जगह अभी सिर्फ इसके दवा के रूप में इस्तेमाल को ही इजाजत दी गई है.

दुनिया के कई देश गांजे के मेडिकल और आनंद के इस्तेमाल को वैध कर चुके हैं. इनमें कनाडा, जॉर्जिया, दक्षिण अफ्रीका, उरुग्वे भी शामिल हैं. इसके अलावा दर्जनों देशों में दवा के तौर पर इस्तेमाल के लिए गांजे के सेवन की इजाजत है. अमेजॉन ने अपनी वेबसाइट पर गांजे की बिक्री की इजाजत नहीं दी है.





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