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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संस्कार साहित्य मंच छत्तीसगढ़ की आॅनलाईन काव्यगोष्ठी

गत दिनांक 21 जून 2021 दिन सोमवार को संस्कार साहित्य मंच छत्तीसगढ़ के व्हाट्सएप पटल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर आॅनलाईन काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के वरिष्ठ कवि एवं योग प्रशिक्षक श्री डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर जी ने की, साथ ही छोटा बम बड़ा धमाका कहे जाने वाले मंच के हास्य कवि श्री मानक दास मानिकपुरी जी ने विशिष्ट अतिथि के पद को सुशोभित किया।भारतीय परंपरा अनुरूप कार्यक्रम की शुरुआत माँ वीणापाणी की वंदना से हुई जिसमें मंच के जाने-माने गजलकार श्री परशुराम चौहान जी ने अपने मधुरिम आवाज में माँ शारदे की वंदना प्रस्तुत की।काव्यपाठ की शुरुआत श्रीमती सुकमोती चौहान रुचि जी,श्री शंकर सिंह सिदार रत्नेश जी एवं श्री गणपत देवदास जी के संचालन में हुई।काव्यपाठ के दौरान प्रथम काव्य आहुति के रूप में मंच के युवा कलमकार खीरसागर चौहान ने वियोग श्रृंगार पर शानदार काव्यपाठ किया।अगले क्रम में विनोद कुमार जोगी ने योग दिवस विशेष रोला छंद प्रस्तुत किया,अनुषा सोना ने जीवन के परम सत्य को अपनी छत्तीसगढ़ी रचना में प्रस्तुत किया,शंकर सिंह सिदार रत्नेश ने योग दिवस पर छंदमुक्त कविता प्रस्तुत की,परमानंद निषाद प्रिय ने छंदमुक्त कविता का पठन किया

तत्पश्चात शिव कन्हेर ने बहुत ही बेहतरीन कर्मा गीत का गायन किया, गीता सागर ने छंदमुक्त कविता का पठन करते हुए योग के लाभ बताए,मानक छत्तीसगढ़िया ने बहुत ही सुन्दर गीत प्रस्तुत किया,परशुराम चौहान ने अपने मधुरिम ग़ज़ल से सबको भावविभोर किया।अगले क्रम में डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर एवं प्रेमचंद साव प्रेम ने योग दिवस विशेष सुन्दर दोहा पाठ किया।अगले क्रम में चंदर सिंह सिदार ने नियमित योगाभ्यास हेतु आव्हान करते हुए सुन्दर छंदमुक्त कविता प्रस्तुत की,जाॅन सिदार ने बहुत ही बेहतरीन मिमिक्री की,कमलकांत प्रधान ने बहुत ही सुन्दर छंदमुक्त काव्यपाठ किया, छंदकारा सुकमोती चौहान रुचि जी ने योग दिवस पर बहुत ही बेहतरीन छंदबद्ध कविता का पठन किया,धनीराम नंद मस्ताना ने बहुत ही मनमोहक गीत प्रस्तुत किया,ललित भार ने कोरोना महामारी पर सुन्दर काव्यपाठ किया, अगले क्रम में गणपत देवदास,तेरस कैवर्त्य आँसू,शैलेन्द्र नायक शिशिर एवं सुंदर लाल डडसेना मधुर जी ने अपने मनमोहक काव्यपाठ से पटल पर समा बांधा। कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में मंच के अध्यक्ष श्री धनीराम नंद मस्ताना जी ने एक सफल आयोजन के लिए सभी साहित्यकारों को बधाई देते हुए सभी का आभार व्यक्त किया साथ ही भविष्य में ऐसे ही सफलतम कार्यक्रम आयोजन की कामना करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।




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