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बस्तर अबूझमाड़ में छुट्टी के दिनों में भी स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं डॉ. जैनेंद्र

डॉ. जैनेंद्र कुमार शांडिल्य जो रहने वाले भीतररास सिहावा , तहसील नगरी , जिला धमतरी के हैं । जो अभी वर्तमान में ( अबूझमाड़ ) नारायणपुर जिले से 52 कि मी अंदर धनोरा ग्राम में चिकित्सा अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं । अस्पताल में रोजाना चिकित्सकीय सेवा देने के साथ ही साथ डॉ. जैनेंद्र स्वयं सबंधित उप स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ के साथ नदी - पहाड़ पार कर , गांव - गांव जाकर , घर घर पहुंचा रहें हैं चिकित्सकीय सेवा । यहां तक की रविवार एवम छुट्टी के दिनों भी सेवा देने में तत्पर हैं ।

उनसे बात करने पे उन्होंने कहा कि मेरा पूरा जीवन उन लोगों के लिए हैं जो गरीब लाचार हैं । जो अपने ही हक के लिए बोल भी नहीं पाते । जो अपना स्वास्थ्य का हक , सभी योजनाओं का लाभ लेने से भी हिचकिचाते हैं । मैंने खुद अपने निजी जीवन में बहुत सी परेशानियां झेली हैं , मध्यम परिवार के होने के साथ ही साथ मैंने खेती - किसानी , मेहनत - मजदूरी और बहुत पढ़ाई की है । मेरा पूरा परिवार मानसिक रोग से ग्रसित था , बड़े दुख के साथ मुझे ये भी बताना पड़ रहा है कि मेरी आधे परिवार को इस मानसिक रोग ने खा लिया , छोटे से गांव में जानकारी के अभाव में चिकित्सकीय इलाज ना करके , झाड़ फूंक ही चलता था , तब तो मैं छोटा था पर इसका खामियाजा हमें भुगतना पड़ा ।

इसी तरह पिता जी के गुजर जाने के बाद एक समय ऐसा भी था जब मेरे MBBS की पढ़ाई के लिए फीस भी नहीं थी , ना ही हॉस्टल में खाने पीने , महीना चलाने के लिए पैसे , तब मेरे शिक्षकों ने एवम दोस्तों ने मदद की , वो हर महीने मेरे खाते में पैसे भेजते थे । बहुत सी परेशानियां झेली तब जाकर एक MBBS डाक्टर बना हूं । इसलिए मैं ऐसे लोगों की परिशानियों को अच्छे से समझ सकता हूं , कोशिश यही रहेगी कि मेरा पूरा जीवन इनकी सेवा में लगा दूं ।

धनोरा पंचायत एवम गांव के लोगों से भी पूछने पर उन्होंने भी बताया कि ऐसे जगह में एक MBBS डाक्टर का आना हमारे लिए भगवान के आने बराबर है । हमारे छोटे से गांव धनोरा में स्टाफ क्वाटर एवम किराए के मकान के अभाव में भी वो धनोरा में ही रहकर लोगों की सेवा कर रहे हैं । दिन रात कभी भी उनको याद करने पर तुरंत पहुंच जाते हैं । सभी गांव वाले डा जैनेंद्र जी के काम से बहुत ही ज्यादा खुश हैं ।



छत्तीसगढ़ पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं डा जैनेंद्र जी ।

एक डाक्टर होने के साथ ही साथ समय निकाल कर अपनी पत्नी रीता शांडिल्य के साथ यू ट्यूब चैनल के माध्यम से छत्तीसगढ़ पर्यटन को भी बढ़ावा दे रहे हैं डा जैनेंद्र । दोनों पति पत्नी यू ट्यूब वीडियो बनाकर बस्तर और छत्तीसगढ़ की खूबसूरती देश दुनिया में फैला रहे हैं । इस जोड़ी को छत्तीसगढ़ में बहुत पसंद किया जा रहा है । अब तक उनके यू चैनल पर लगभग 50,000 सब्सक्राइबर एवम उनके वीडियो को अब तक करोड़ों लोगों से भी ज्यादा लोगों ने देखा है ।

ये बहुत ही सराहनीय कार्य हैं डा जैनेंद्र कुमार शांडिल्य जो बस्तर की सेवा करने के साथ ही साथ बस्तर की खूबसूरती लोगों तक पहुंचा रहे हैं ।





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