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दंतेवाड़ा में दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना से मिल रही स्वास्थ्य सुविधाएं

ग्रामीण क्षेत्रों में आम नागरिकों तक बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए फ्लैगशिप योजना के तहत मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना का संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से स्वास्थ्य कर्मचारी हाट-बाजारों, दूरस्थ, पहाड़ी क्षेत्रों सहित अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों में शिविर लगाकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराते है। जिसमें बीपी, शुगर, बुखार डायरिया, दस्त एवं अन्य रोग से ग्रसित मरीजों की स्वास्थ्य जांच कर उपचार की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाती है। हाट बाजारों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने से ग्रामीणों एवं आमजनों को दूरस्थ स्वास्थ्य केंद्रों में नहीं जाना पड़ रहा है। मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा की जा रही स्वास्थ्य सुविधा से आमजन काफी उत्साहित है।

हाट बाजार क्लीनिक के बारे में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गिरीश शर्मा ने बताया, “ हमारी टीम के बाजारों में पहुंचते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण स्वास्थ्य शिविर में जांच कराने आते है। यहां ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क दवाइयां वितरण की जाती हैं। जिले में प्रति शिविर औसतन 49 ओपीडी की गई वहीं योजना के प्रारंभ से अबतक 435 मरीजों को उनके गम्भीर स्थितियों के कारण अस्पताल रिफर किया गया। वर्तमान में बदलते मौसम के साथ मौसमी बीमारियों से बचने, सर्पदंश, मलेरिया डेंगू से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी भी देते हैं। टीम द्वारा लोगों को मच्छरदानी के उपयोग, जमीन मे न सोने, आस-पास बरसात के पानी को जमा न होने देने सहित अन्य उपाय अपनाने के सुझाव दिए जाते है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के मोबाईल मेडिकल टीम में अनुभवी चिकित्सक, एएनएम, फार्मासिस्ट द्वारा सेवा प्रदान किया जाता है तथा अत्याधुनिक लैब के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य जांच प्रदाय किया जाता है। मेडिकल टीम के द्वारा मरीजों को प्राथमिक उपचार के साथ टीकाकरण, एनीमिया, कुपोषण से बचाव तथा सुरक्षित संस्थागत प्रसव के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाती है।"

विकासखंड कटेकल्याण के निवासी 38 वर्षीय हरीश मांझी बताते हैं कि वे घरेलू सामग्री की खरीदारी करने बाज़ार हमेशा जाते थे पर अब बाजार में मेडिकल टीम के होने से स्वास्थ्य लाभ भी मिल रहा है। विगत कुछ दिनों से उन्हें बुखार था परंतु स्वास्थ्य केन्द्र गांव से दूर होने के कारण वे जांच कराने नहीं जा पा रहा था। घर पर ही दवाइयों का सेवन कर रहे थे जिससे तात्कालिक आराम तो मिलता था परंतु स्थायी रूप से स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा था। फिर हाट बाजार में आई मेडिकल टीम के पास अपना जांच कराया। टीम द्वारा उनका स्वास्थ्य परीक्षण व खून की जांच की गई । जांच उपरांत निःशुल्क दवाई एवं उचित परामर्श प्रदान की गई। यहां मिले इलाज एवं दवाइयों से काफी लाभ मिला और यह योजना ग्रामीणजनों एवं दूरस्थ अंचल के लोगों के लिए सुविधा व बेहद लाभदायक है।

तीन साल में 1,978 शिविर का आयोजन
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 19 जून 2019 से 17 मई 2022 तक सभी विकासखंडों के 20 हाट बाजारों में 1,978 शिविरों का आयोजन कर कुल 96,258 लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान किया गया है। जिले में मोबाईल मेडिकल यूनिट और स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा जिले के विकासखंड दंतेवाड़ा के चिन्हांकित 6 हाट-बाजारों में 570 शिविरों के माध्यम से कुल 22,333 लोगों को लाभान्वित किया गया है। इसी प्रकार गीदम के 7 हाट बाजारों में 733 शिविरों में 30,080, कुआकोण्डा के 4 हाट बाजार में 382 शिविरों में 15,435, कटेकल्याण के 3 हाट-बाजारों में 293 शिविरों में 15,953 लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान किया गया है।

इनबाजारों में मिल रही क्लीनिक की सुविधा
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना से जिले के अंतिम छोर के गांव तक भी स्वास्थ्य सुविधा की पहुँच सुलभ हो गई है, जिसका लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। वर्तमान में जिले के दन्तेवाड़ा विकासखण्ड के दन्तेवाड़ा, बचेली, मेटपाल, भांसी पोंदुम व कावंडगाँव, गीदम विकासखण्ड के गीदम , बारसूर, बड़े तूमनार, छिंदनार, बोदली, फरसपाल व चेरपाल में,कुआकोंडा विकासखण्ड के नकुलनार, पालनार, किरन्दुल व पोटाली तथा कटेकल्याण विकासखंड के कटेकल्याण, सुरनार और मोखपाल में साप्ताहिक बाजार के दिन बाजार स्थल पर मरीजों का इलाज स्वास्थ्य शिविर लगाकर किया जा रहा हैं।




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