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अक्टूबर से शुरू होने वाले हैं मनरेगा में कार्य, 204 रुपए मिलेगी मजदूरी

गर्भवती महिला वर्षभर में 18 दिन मजदूरी करती है तो एक माह का मजदूरी अर्थात 6120 रूपए मातृत्व भत्ता देने का है प्रावधान

मजदूरी की राशि 15 दिवस के भीतर सीधे खाते में प्राप्त होगी

महात्मा गांधी नरेगा योजना के कार्य अक्टूबर माह से शुरू होने वाले है। इसे देखते हुए कलेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा ने महात्मा गांधी नरेगा योजना में अधिक से अधिक जाबकार्डधारी परिवारों को मनरेगा योजना अन्तर्गत रोजगार उपलब्ध कराने के साथ 204 रुपए प्रतिदिवस की मजदूरी सीधे बैंक खाते में आने की जानकारी व योजनान्तर्गत ग्रामीण परिवारों को अन्य लाभ जो मिलने के प्रावधान है उन्हे अवगत कराने के निर्देश योजना के अधिकारी कर्मचारी को दिए हैं। तदोपरांत जिले की ग्राम पंचायतों में कर्मचारी बैठक आहूत कर ग्रामीणों को मनरेगा योजना के प्रावधानों की जानकारी दे रहे है।

जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि कुमार साहू ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से महात्मा गांधी नरेगा योजना अन्तर्गत प्रत्येक कार्य दिवस 204 रुपए की मजदूरी प्रदान की जा रही है। यह राशि हितग्राही के बैंक खाते में 15 दिवस के भीतर प्राप्त हो जायेगी। उसी प्रकार जाबकार्डधारी गर्भवती महिला वर्षभर में योजनान्तर्गत 18 दिन मजदूरी करती है तो, उसे एक माह का मजदूरी अर्थात 6120 रूपए मातृत्व भत्ता के रूप में देने का प्रावधान है। उसी प्रकार जिले में योजनान्तर्गत महिला मेट भी बनाया गया है जिन्हें प्रतिदिन 20 मजदूर निकालने पर 393 रुपए मेट को भुगतान होगा। मजदूरों की संख्या कम होने की दशा में उन्हें भी प्रतिदिन 204 रुपए मजदूरी राशि प्रदान करने का प्रावधान है। मेट को जाबकार्ड और मेट पंजी अनिवार्य रूप से भरना होगा।

उक्त प्रावधानों को योजनान्तर्गत कार्य करने वाले अधिकारी कर्मचारी गांव, पारा, मोहल्ला, टोला में बैठक आहूत कर ग्रामीण परिवारों को बता रहे हैं। जनपद पंचायत भोपालपटनम कार्यक्रम अधिकारी कुमारी डिंपल वट्टी ने बताया कि ग्राम पंचायतों जिनका नाम छूट गया है या किसी कारणवश जाबकार्ड नहीं बन पाया है उन्हें भी तत्काल आवेदन प्राप्त कर योजना से जोड़ा जा रहा है। ग्राम पंचायत तमलापल्ली के आश्रित ग्राम गोरारम और ग्राम पंचायत संड्रापल्ली के आश्रित ग्राम यापला के ग्रामीणों को वनअधिकार पट्टा प्राप्त हितग्राहियों की भूमि पर योजनान्तर्गत मिलने वाले कार्य के बारे में भी हितग्राहियों को अवगत कराया गया। साथ ही बीसी सखी के माध्यम से उनका खाता खुलवाकर योजना से जोड़ा गया।




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