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सरायपाली जिला के लिए आशा के विपरीत मिला जवाब

सरायपाली को नया जिला बनाने के मांग को लेकर पहुंची जिला निर्माण संघर्ष समिति को आशा के विपरीत जवाब मिला। समिति द्वारा जिले की दूरी बहुत दूर होने से आने वाली और असुविधाओं के बारे में अवगत कराया गया जिस पर कोई सकारात्मक जवाब नही मिल पाया ।

बहुत आशा थी कि बलौदा और भवरपुर को तहसील तथा सरायपाली को जिला घोषित किया जायेगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का मुलाकात कार्यक्रम पूरे छत्तीसगढ़ में चल रहा है इसी कार्यक्रम के तहत दिनांक 7 दिसंबर 2022 को सरायपाली विधानसभा में पेट मुलाकात का कार्यक्रम रखा गया जिसके अंतर्गत श्री भूपेश बघेल जीने बलौदा भंवरपुर तथा सरायपाली में यहां के जन नागरिकों से भेंट मुलाकात कर विभिन्न समस्याओं और आवेदनों का निराकरण किया सरायपाली की जनता पिछले कई वर्षों से जिले की मांग को करते आ रहा है। इसी कड़ी में जिला निर्माण संघर्ष समिति के प्रतिनिधि दल के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री महोदय से मुलाकात कर जिले की मांग को रखा गया जिस पर मुख्यमंत्री महोदय जी ने कहा कि अभी जिला बन पाना संभव नहीं है।

जिला निर्माण संघर्ष समिति के प्रतिनिधि दल जिन्होने मुख्यमंत्री महोदय जी से भेट किया में अनिता चौधरी ,तिलक साहू ,सुंदरलाल डडसेना, टिकेश्वर मिश्रा, रेखा पुरोहित, राजाराम पटेल ,वेदवंत साहू, दिलीप गुप्ता एवं अन्य सदस्य उपस्थित थे।

जिले की मांग के के लिए आवेदन के साथ विभिन्न समाज एवं संगठनों के समर्थन पत्र भी संलग्न किए गए थे सरायपाली में सभी समाज, वर्ग एवं संगठन नया जिला चाहते हैं। और इन्तजार मे हैं कि जिले की मांग को ध्यान मे रखते हुये सरकार क्षेत्र की जनता को अनुग्रहित करें। जिले की लंबी और थकावट भरा 120 किलोमीटर का सफर कष्टदायक है आम जनता अपनी समस्या के हल के लिए कई बार जिले तक पहुंचने के बजाय समस्या में ही रहना सुलभ समझ लेते हैं क्षेत्र का विकास भी इसी ने जिले के मार्ग से होते हुए गुजरता है पर्याप्त भूभाग के साथ उपयुक्त भौगोलिक और प्रशासनिक रूप से परिपूर्ण यह क्षेत्र जिला के लिए उपयुक्त है हो सकता है मंच जिले की घोषणा के लिए सही ना हो परंतु फिर भी यही विश्वास है कि सरायपाली जल्द ही नए जिला के रूप में उभर कर सामने आएगी।




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