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प्रेमिका के चक्कर में डिमोशन.... डीएसपी से बन गए सिपाही, सुर्खियों में है इन दिनों मामला

कृपाशंकर कन्नौजिया… यह नाम इन दिनों सुर्खियों में है. कुछ दिन पहले तक कृपाशंकर उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बीघापुर में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) के पद पर तैनात थे. लेकिन उनकी एक हरकत ने न केवल उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया, बल्कि नौकरी में भी डिमोशन करा दिया. डीएसपी रहे कृपाशंकर अब पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करते दिखाई देंगे.

कृपाशंकर बीघापुर सर्किल में डीएसपी के पद पर तैनात थे. एक दिन वह समय पर घर नहीं पहुंचे. इसको लेकर पत्नी ने उन्नाव के एसपी से शिकायत कर दी. एसपी ने डीएसपी कृपाशंकर के फोन को सर्विलांस पर लगवाया, जिससे उनकी लोकेशन का पता चला . उनकी लोकेशन कानपुर के एक होटल की थी. इसके बाद पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. तत्काल पुलिस की टीम कानपुर भेजा गया. यहां पर एक होटल में वह एक महिला सिपाही के साथ कमरे में पाए गए.

कृपाशंकर कन्नौजिया ने अपनी नौकरी की शुरुआत बतौर पुलिस कांस्टेबल से की थी. यह 1986 में सिपाही पद पर तैनात किए गए थे. इसके बाद उन्होंने विभागीय परीक्षा दी. इसे पास करने के बाद सिपाही से दरोगा बने. फिर कुछ दिन तक इस पद पर काम किया. इसके बाद उनको विभाग की ओर प्रमोशन मिला. वह इंस्पेक्टर के पद पर तैनात किए गए. कुछ समय तक इंस्पेक्टर के पद पर काम करने के बाद आरआई बन गए. फिर सीओ की रैंक पर प्रमोट किए गए. लेकिन उनकी एक गलती के कारण उन्हें गोरखपुर पीएसी में भेज दिया गया. अभी फिलहाल, उन्होंने सिपाही के तौर पर ज्वाइन नहीं किया है.

डीएसपी पद पर काम करते हुए कृपाशंकर कन्नौजिया को करीब एक साल पहले जुलाई 2021 में कानपुर के एक होटल में महिला सिपाही के साथ पकड़े गए थे. उस समय दोनों ही कमरे में आपत्तिजनक हालत में थे. जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका पद से डिमोशन कर दिया गया. उनके डिमोशम का आधार पुलिस नियमावली का उल्लंघन बताया गया है, जिसके तहत उन्हें पुलिस के पद पर रहते हुए उन्हें अपने सार्वजनिक जीवन में अच्छे आचरण, ईमानदार होने के साथ-साथ योग्य नागरिक बनने के कर्तव्य बताए गए हैं.

डीएसपी ने एसपी ऑफिस से पारिवारिक वजहों से छुट्टी मांगी थी, लेकिन वह अपने घर नहीं, बल्कि कानपुर के एक होटल में पहुंच गए. इस दौरान उन्होंने अपने प्राइवेट और पर्सनल दोनों नंबर बंद कर रखे थे. उनकी लोकेशन को ट्रेस करने पर पता चला कि वो कानपुर के एक होटल में हैं. होटल के सीसीटीवी फुटेज की जांच में वो महिला सिपाही के साथ चेकइन करते दिखाई दिए.

कृपाशंकर मूलरूप से देवरिया के रहने वाले हैं. वह समय से घर नहीं पहुंचे तो उनकी पत्नी ने एसपी से शिकायत कर दी और जांच सही पाए जाने पर डीजीपी ने उन्हें निलंबित कर दिया. वह विभागीय छवि के खिलाफ आचरण करते हुए पाए गए, जिस कारण उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई. अब उन्हें 26 वीं वाहिनी के दल में नियुक्त कर दिया गया है.




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