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महासमुंद : युवा कौशल प्रशिक्षण के तहत मशरूम उत्पादन पर छः दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, भलेसर, महासमुंद द्वारा 4 से 10 जुलाई 2024 तक ग्रामीण युवा कौशल प्रशिक्षण के तहत मशरूम उत्पादन पर छः दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन ग्राम धनसुली/कृषि विज्ञान केन्द्र में किया गया। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर 28 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशस्ति पत्र व मशरूम उत्पादन हेतु आवश्यक सामग्री जैसे मशरूम स्पॉन, बाविस्टीन, फार्मलीन इत्यादि का वितरण भी किया गया।



प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. सतीश वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख द्वारा मशरूम की महत्व व संभावनाओं के विषय में प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी दिया तथा उन्होंने बताया कि मशरूम उत्पादन को समूह के माध्यम से भी इसे व्यावसायिक रूप से लिया जा सकता है। श्रीमती रजनी डी. आगाशे, वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) द्वारा मशरूम के पौष्टिक व औषधीय गुण, आयस्टर मशरूम, पैरा फूटू मशरूम उत्पादन विषय पर सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक रूप से जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अगले दो दिनों तक डॉ. प्रफुल्ल सोनी, सहायक प्रध्यापक, कृषि महाविद्यालय व अनुसंधान केन्द्र, कांपा द्वारा (मशरूम बीज) बनाने के विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।

प्रशिणार्थियों को केन्द्र के उत्तम साहू द्वारा मशरूम स्पॉन बनाने में उपयोग में आने वाले उपकरणों की प्रायोगिक जानकारी दी गई। कार्यक्रम में धनसुली ग्रामीण तथा नयापारा की सक्रिय युवतियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में रोहित बांधे, टुम्मन लाल साहू एवं ओंकार साहू का विशेष योगदान रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान ’’एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम अंतर्गत डॉ. सतीश वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, महासमुंद द्वारा ग्राम पंचायत धनसुली परिसर में वृक्षारोपण किया गया।

बता दें कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण युवाओं में मशरूम उत्पादन की तकनीकी सैद्धांतिक व प्रायोगिक रूप से जानकारी लेकर उनमें कार्यकुशलता विकसित करना है, ताकि वे इसे लघु व्यवसाय के रूप में अपनाकर अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सके तथा बेरोजगारी से रोजगारी की दिशा में अग्रसर हो सके।




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