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पिथौरा : स्वतंत्रता दिवस पर आई बापू की याद, खंडित प्रतिमा से ग्रामीण आक्रोशित.

अहिंसा एवं शांति पर दिये गये बापू के सर्वव्यापी उपदेश आज भी दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं. गाँधी जी के जन्म दिवस को प्रत्येक वर्ष 'गाँधी जयंती'  के रूप में मनाया जाता है. भारत के लोग उन्हें प्यार से 'बापू' एवं 'राष्ट्रपिता'  के नाम से पुकारते हैं.

बापू के जन्मदिवस पर भारत में स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई थी. लेकिन स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाले इन महापुरुषों के प्रति कुछ पंचायत गंभीर नहीं दिखाई देते. ना तो वहां स्वछता का ध्यान रखते हैं और ना ही प्रतिमा को दुरुस्त करने का कोई प्रयास करते हैं.

मामला पिथौरा विकासखंड के ग्राम मुढ़ीपार का है, जहाँ विगत तीन-चार वर्षों से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की खंडित हो चुकी मूर्ति के सामने आज पूजा कर स्वतंत्रा दिवस मनाया गया. जिसे लेकर ग्रामीणों में इसके प्रति आक्रोश देखने को मिला.

मुढ़ीपार के विष्णु नागवंशी ने बताया कि विगत तीन-चार वर्षों से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कि प्रतिमा का एक हाथ खंडित हो चुका है, चश्मा भी आधा टूट चूका है. जिसपर ग्राम पंचायत मुढीपार द्वारा किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है और ना ही शासन-प्रशासन द्वारा.

विष्णु नागवंशी ने बताया कि ‌‌स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पूर्व तक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लगाए प्रतिमा में परिसर पर भारी गंदगी भरी थी, जिसे एक दिन पूर्व पंचायत को कहने पर आज सुबह हटाया गया. जबकि पंचायत को यहाँ सफाई का विशेष रूप से धयान देना चाहिए.

वहीँ राष्ट्रपिता के प्रतिमा खंडित होने से ग्रामीणों में आक्रोश देखने को मिल रहा है, इसे जल्द से जल्द दुरस्त करने की मांग की जा रही है.




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