विगत पांच वर्षों से बंद दही हांडी( मटकी फोड़ प्रतियोगिता) को विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल सरायपाली ने ऐतिहासिक पूर्ण रूप से पुनः किया आरंभ
विश्व हिंदू परिषद् एवम बजरंग दल सरायपाली के संयुक्त तत्वाधान में प्रभु श्री कृष्ण के जन्म के पावन पर्व जन्माष्टमी के उपलक्ष्य पर शहर के मुख्य चौक जयस्तंभ चौक पर दिनांक 3108/24 को भव्य दही हांडी का आयोजन किया गया। दही हांडी (मटकी फोड़) प्रतियोगिता में 4 टीमों ने हिस्सा लिया, सभी टीमों ने पांच-पांच प्रयास किया जिसमे से प्रथम पुरस्कार हेतु अपने कड़ी मेहनत से सभी टीमों को टक्कर देते हुए बाल गोपाल देवसराल के टीम ने पांचवे प्रयास में हासिल किया। और साथ ही आ टीसाथ बाल गोपाल देवसराल की टीम ने एक अद्भुत प्रदर्शन करते हुए द्वितीय इनाम भी अपने नाम किया। प्रथम इनाम जो कि 21000 रुपए था उस इनाम को सरायपाली के नगरवासियों ने श्रद्धा प्रकट करते हुए विजेता टीम को मिलने वाले इनाम 21000 को प्रतिभागी टीमों के उत्साहवर्धन हेतु बढ़ाते-बढ़ाते लगभग 38000 के पुरस्कार से पुरस्कृत किया। और द्वितीय पुरस्कार 11000 रहा। साथ ही पूरे प्रतियोगिता में विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सभी टीमों पर पुष्प एवम जल का छिड़काव जारी रखा। एवम सभी उपस्थित टीमों के नाश्ता की व्यवस्था भी की गई थी। प्रतियोगिता में द्वितीय इनाम के लिए 21फीट पर मटकी रखी गई थी एवम प्रथम इनाम की लिए 31 फीट पर मटकी रखी गई थी। कार्यक्रम में नगरवासियों ने भी बढ़ -चढ़कर हिस्सा लिया और उन्ही के वजह से 21000 का इनाम 38000 तक पहुंच पाया। प्रतियोगिता के पश्चात विजेता टीम से आयोजकों के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा में उन्होंने कहा कि वे सरायपाली में हुए इस भव्य आयोजन को कभी भूला नहीं पाएंगे।
इसके अगले ही दिवस दिनांक 01/09/24 को विश्व हिंदू परिषद् के 60 वाँ स्थापना दिवस के अवसर पर विहिप एवम बजरंग दल के संयुक्त तत्वाधान में 5 कुंडिय महायज्ञ एवम विशाल भंडारे का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ सरायपाली में किया गया। इस कार्यक्रम के 5 कुंडीय महायज्ञ में सत्य सनातन धर्म के प्रचार - प्रसार एवम विश्व में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार एवम उन अत्याचारियों के विनाश के लिए आहुति दी गई। और इस यज्ञ के साथ ही विहिप बजरंग दल द्वारा अनौपचारिक चेतावनी दी गई है कि अगर किसी ने हिंदुओं एवम हमारी गौ माता के ऊपर अब अत्याचार असहनीय है। अब भी अगर किसी ने हमारे धर्म, गौ माता के साथ छेड़ -छाड़ करने की कोशिश की तो उन्हे भी इसी प्रकार के यज्ञ में आहूत कर दिया जाएगा।