
बसना उप पंजीयक रजिस्ट्री का पद रिक्त, बाबू संभाल रहे हैं प्रभार !
बसना राजस्व अनुविभाग मुख्यालय में विगत 8 वर्ष पूर्व आम जनता की मांग पर तत्कालीन विधायक रूपकुमारी चौधरी जी ने बसना में उप पंजीयक रजिस्ट्री कार्यालय प्रारंभ करवाया था। तब से यहां रजिस्ट्री कार्यालय बसना में जमीन खरीदी बिक्री का कार्य शुरू हो गया है, जिससे समय ज्यादा लगता था तथा ज्यादा धन खर्च होता था पहले सबको 20 से 40 किलोमीटर की दूरी तय कर सरायपाली रजिस्ट्री कार्य हेतु जाना पड़ता था पर अब बसना में रजिस्ट्री कार्य होने से लोगो को अच्छी सुविधा उपलब्ध हो रही पहले 2 से 3 करोड़ रूपए प्रति वर्ष स्टांप ड्यूटी का टारगेट रखा गया था,
परन्तु 2023 में यहां 5 करोड़ का रेवेन्यू स्टांप ड्यूटी के रूप में शासन को प्राप्त हुए है जिसके कारण शासन के रेवेन्यू में बढ़ोतरी हो रही है।
गौरतलब हो कि जब से यहां उप पंजीयक कार्यालय चालू हुआ है बाबू को उप पंजीयक कार्यालय का प्रभार दिया गया है जिसके कारण रेवेन्यू में बढ़ोतरी नही हो रही है बताया जा रहा है लिपिक के रूप में पदस्थ श्री सीदार द्वारा अपने अधिकार का गलत तरीके से इस्तेमाल कर दस्तावेज लेखकों को माध्यम बनाकर रजिस्ट्री कार्य करवाना बताया जा रहा है बसना में पदस्थ प्रभारी उप पंजीयक तरुण कुमार कवर एक लिपिक है जो 5 सालो से यहा कार्यभार संभाल रहे है। यहां के जनप्रतिनिधि शुरू से बसना में उप पंजीयक की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं पर शासन प्रशासन कुभाकरणीय नीद में है जिससे प्रति वर्ष ३से५ करोड़ की हानि हो रही है।
उपरोक्त संबंध में पूछने पर जिला पंजीयक रजिस्ट्री महासमुंद दीपक कुमार मंडावी ने बताया शिकायत मिल रही है जिसकी जांच की जाएगी ,तथा जल्द बसना में बाबू के बदले उप पंजीयक की नियुक्ति की जाएगी।
उपरोक्त संबंध में सामाजिक कार्यकर्ता अनिक दानी ने बताया की यहां बाबू के बदले यदि बसना में स्थाई रूप से उप पंजीयक की नियुक्ति कर दी जाती है तो शासन को प्रति वर्ष 10 करोड़ की स्टांप ड्यूटी के रूप में आय प्राप्त हो सकती है।
गौरतलब हो की राज्य सरकार से बसना में उप पंजीयक रजिस्ट्री कार्यालय का स्वयंम का भवन निर्माण करने की मांग स्थानीय जनता कर रही हैं अभी तहसील कार्यालय के उधारी के भवन में रजिस्ट्री कार्यालय चल रहा है जो काफी जीर्ण श्रीड हो गया है जिसके कारण रिकॉर्ड रखने में भारी परेशानी हो रही है।