news-details

जियोसिनेमा की पोकर मास्‍टरक्‍लास में आने के बाद, भिवानी के शुभम उपाध्‍याय को राष्‍ट्रीय स्‍तर पर मिली प्रसिद्धी

भिवानी, हरियाणा, सितंबर 2024: हरियाणा के भिवानी के 25 वर्षीय टेक विशेषज्ञ शुभम उपाध्याय पोकरबाजी की मास्टरक्लास सीरीज में अपना शानदार पोकर कौशल दिखाकर पोकर की दुनिया में छा गए हैं। अभिषेक गोइंदी की शार्क स्क्वाड का हिस्सा बनकर, शुभम ने इस सीरीज में अपने खेल को और बेहतर बनाया और पोकर की रणनीतियों और तकनीकों पर महत्वपूर्ण सलाह प्राप्त की।

शुभम ने एसआरएम चेन्‍नई में अपने कॉलेज के दिनों में पोकर का सफर शुरू किया था। वह और उनके दोस्‍त उस दौरान समय बिताने के लिये लगातार गतिविधियों की खोज कर रहे थे और तब उन्‍होंने पोकर खेलना शुरू किया। उन्‍होंने दोस्‍तों के साथ होम गेम्‍स से शुरूआत की, ताकि पोकर खेलने के नियम और रणनीति समझ सकें। करीब एक साल पहले से उन्‍होंने पोकर में दिलचस्‍पी लेनी शुरू की और उसमें माहिर होने के लिये काफी वक्‍त निकालने लगे।

शुभम बताते हैं कि पोकर के उस्‍तादों और प्‍लेयर्स के साथ बात करने के सामूहिक अनुभव ने उनके तकनीकी ज्ञान को बढ़ाया और अपने विरोधियों को बेहतर तरीके से समझने में उनकी मदद की। ऑनलाइन पोकर प्‍लेयर होने के नाते उन्‍होंने लाइव गेम्‍स के दौरान चिप्‍स गिनने जैसी चुनौतियों पर भी जीत हासिल की। लाइव पोकर के नये प्‍लेयर्स की यह आम चुनौती होती है।

शुभम ने बताया, ‘’वह बेहतरीन अनुभव था और अच्‍छी बात यह थी कि उस्‍तादों ने मेरे खेल की तारीफ की। 12-13 साल से पोकर खेल रहे उस्‍तादों से सीखने और र्कोस या वीडियोज से सीखने में बड़ा अंतर है। मैंने काफी कुछ सीखा और पोकर मास्‍टरक्‍लास में मुझे बुलाने के ‍लिये मैं पोकरबाज़ी का धन्‍यवाद करता हूँ।‘’

शुभम के लिये पोकर सिर्फ एक खेल नहीं है। अपनी एकाग्रता बढ़ाने के लिये वह लगातार योग और ध्‍यान करते हैं। इस खेल को समझने और बैंकरोल मैनेजमेंट में उस्‍ताद बनने के लिये उन्‍होंने रीडिंग मटेरियल्‍स को सब्‍सक्राइब भी किया है। पोकर ने उन्‍हें ज्‍यादा धैर्यवान बनने में मदद की है। प्रतिक्रिया देने से पहले वह इंतजार करते हैं और स्थिति को समझते हैं।

शुभम पोकर के लीजेंड्स, जैसे कि डैनियल नेग्रीनु, फिल इवी और अपने कोच अभिषेक गोइंदी को दे‍खते हुए पोकर की दुनिया में ही बढ़ते रहना चाहते हैं। वह एक कोचिंग प्रोग्राम में भी है, जहाँ अभिषेक गोइंदी उनके मेंटर हैं। "वह मास्टर के सहायक बने हुए हैं, ताकि अपनी टीम की रणनीतियों को और भी बेहतर बना सकें।"

वह एक कोचिंग प्रोग्राम में शामिल हो गए हैं जहाँ अभिषेक गोइंडी उन्हें गाइड करते हैं। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी टीम की रणनीतियों को और बेहतर बनाने के लिए मास्टर के साथ सहायक के रूप में भी काम करना शुरू किया है।




अन्य सम्बंधित खबरें