विकासखंड सरायपाली के विभिन्न ग्राम पंचायत के स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया
केंद्र सरकार की ओर से चलाए जा रहे उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत विकासखंड सरायपाली के सभी ग्राम पंचायत के स्वयंसेवी शिक्षकों को 5 जोन में विभाजित कर केदुवां,सिंघोड़ा,भोथलडीह, सरायपाली एवं तोरेसिंहा प्रशिक्षण स्थल में प्रशिक्षण दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत सदस्य सचिव जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, डीपीओ रेखराज शर्मा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डी.एन. दीवान, विकासखंड स्त्रोत केंद्र समन्वयक सतीश स्वरूप पटेल, विकासखंड उल्लास प्रभारी दुष्यंत पटेल के मार्गदर्शन में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें सभी ग्राम पंचायत के ग्रामवार स्वयंसेवी शिक्षक उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त किये। ज्ञात हो कि उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ 8- 9- 2024 से हो चुका है जिसके तहत उल्लास केंद्रवार असाक्षरों को साक्षर बनाने हेतु अध्यापन कार्य करवाया जाना है।
प्रशिक्षण में 272 स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में जोनवार मास्टर ट्रेनर घनश्याम दास संकुल समन्वयक केदुवां, ऋषि प्रधान संकुल समन्वयक बहेरापाली, निरुपमा देवता सहायक शिक्षक चिवराकुटा, लोकेश कुमार कुर्रे सहायक शिक्षक मुरमुरी,अनिल पटेल संकुल समन्वयक बोंदा, ज्योति प्रधान प्रधान पाठक पैकिन,शीला विश्वास प्रधान पाठक मुंधा, कैलाश चंद्र पटेल संकुल समन्वयक अमरकोट,नेहरू लाल चौधरी संकुल समन्वयक किसडी,नानदाऊ पटेल प्रधान पाठक बाराडोली द्वारा स्वयंसेवी शिक्षकों को असाक्षरों को पढ़ाने के लिए नए-नए तरीके और नवाचारी गतिविधियों के द्वारा पढ़ाने का तरीका बताया गया। जिसके माध्यम से असाक्षरों को बुनियादी शिक्षा एवं संख्यात्मक ज्ञान से सतत जोड़े रखना है स्वयंसेवी शिक्षकों ने भी मन लगाकर रुचि पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि आप सभी जो पढ़ाने का कार्य करेंगें वह बहुत ही पुनीत कार्य है इसके लिए आप सभी को अवश्य बड़ों का आशीर्वाद मिलेगा।आप लोगों को बोर्ड परीक्षा में 10 अंक भी प्राप्त होंगे।इस प्रकार हम सब मिलकर विकासखंड को नए आयाम तक पहुंच जाएंगे। विभिन्न जोन में व्यवस्था बनाने के लिए पुरुषोत्तम पटेल संकुल जम्हारी, खिरोद्र सोनी संकुल समन्वयक नवागढ़, सच्चिदानंद भोई संकुल समन्वयक सिंघोडा़, लालभूषण पाढ़ी संकुल समन्वयक बांझापाली, नरेश नायक संकुल समन्वयक केनि, गिरधारी पटेल संकुल समन्वयक लिंमगांव, किशोर पटेल संकुल समन्वयक कनकेवा, भोलानाथ नायक संकुल समन्वयक केजुवां, चंद्रहास पात्र संकुल समन्वयक तोरेसिंहा, बिंदु प्रकाश चौधरी संकुल समन्वयक कलेण्डा (तो.) एवं संस्था के प्राचार्यों का विशेष योगदान रहा।