बसना : शैक्षणिक भ्रमण में बच्चों को धार्मिक स्थल पर परोसा गया मांसाहारी भोजन ! अभिभावक आक्रोशित
सत्यप्रकाश अग्रवाल भंवरपुर। भंवरपुर के एक निजी शिक्षण संस्थान के द्वारा आयोजित शैक्षणिक भ्रमण में एक विवाद उत्पन्न हो गया, जब बच्चों को एक प्रमुख धार्मिक स्थल पर मांसाहारी भोजन परोसा गया। यह घटना उस समय सामने आई जब बच्चों और उनके अभिभावकों ने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण के दौरान धार्मिक स्थल पर मांसाहारी भोजन की आपूर्ति की गई, जिससे कुछ बच्चों और उनके परिवारों में असहजता पैदा हुई। और इसके लिए किसी तरह की विभागीय अनुमति नहीं लिए जाने की बात भी सामने आई है।
अभिभावकों का कहना है कि धार्मिक स्थल पर इस तरह का भोजन परोसना न केवल धार्मिक आस्थाओं का अपमान करता है, बल्कि बच्चों को इस तरह के भोजन की अनुमति देना भी उपयुक्त नहीं था। घटना के बाद स्कूल प्रशासन के विरुद्ध जांच कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत किया जा रहा है जिसमें विगत वर्ष भी ऐसे ही घटनाक्रम को स्कूल प्रबंधन द्वारा अंजाम दिए जाने का उल्लेख किया गया है।
गौरतलब है कि अल्फा ओमेगा इंग्लिश मीडियम स्कूल द्वारा शैक्षणिक भ्रमण में बच्चों को धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता के बारे में शिक्षा देने के उद्देश्य से बिलासपुर क्षेत्र के रतनपुर एवं खुटाघाट ले जाया गया था, इसके लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा बकायदा प्रत्येक छात्र से 6 सौ रुपए शुल्क भी लिया गया। लेकिन इस विवाद ने एक नई बहस को जन्म दिया है कि स्कूलों को इस तरह की धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं का ध्यान रखते हुए कार्यक्रमों का आयोजन करना चाहिए। वहीं बच्चों के हवाले से पालकों ने कहा कि विद्यालय द्वारा भ्रमण कार्यक्रम में भारी अव्यवस्थाओं से बच्चों को जुझना पड़ा बच्चों को सुबह से ले जाकर अपराह्न 3 बजे स्वल्पाहार एवं 5 बजे भोजन कराया गया जबकि समुचित पेयजल की व्यवस्था भी नहीं की गई थी, जिससे छोटे छोटे बच्चों को भूखे प्यासे रहना पड़ा।
इधर शासन के निर्देशानुसार किसी भी तरह की शैक्षणिक भ्रमण में ले जाने के पूर्व विभागीय अधिकारियों से लिखित अनुमति लिया जाना चाहिए किन्तु यहां भी स्कूल प्रबंधन द्वारा मनमानी ढंग से शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई गई है। नोडल प्राचार्य टीके पटेल से पालकों द्वारा चर्चा किए जाने पर उन्होंने कहा कि अल्फा ओमेगा इंग्लिश मीडियम स्कूल द्वारा शैक्षणिक भ्रमण संबंधित जानकारी उन्हें नहीं है और ना ही इस तरह की कोई अनुमति उस विद्यालय को नहीं दी गई है।
मामले को लेकर कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना पर चिंता जताई है और बच्चों को इस प्रकार के भ्रमणों के दौरान ऐसे निर्णयों से बचने की सलाह दी है।
पालक संघ के अध्यक्ष डॉ संतराम पटेल द्वारा कहा गया कि पालक संघ अध्यक्ष होने के नाते मुझे इस संबंध में विद्यालय प्रबंधन द्वारा किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई, जबकि शैक्षणिक भ्रमण संबंधित जानकारी देना चाहिए था। अव्यवस्थाओं को लेकर पालकों ने दूरभाष पर जानकारी दी है। बच्चों को ऐसे कार्यक्रमों में मांसाहारी भोजन परोसना उचित नहीं है।
बहरहाल इस मामले में भाजपा आईटी सेल के पूर्व जिला संयोजक करुणाकर उपाध्याय ने कड़ी आपत्ति जताई है और इस पूरे मामले की लिखित शिकायत विभागीय अधिकारियों से करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि विगत वर्ष भी इस विद्यालय द्वारा बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण में ले जाने के दौरान भंवरपुर के अनेक प्रतिष्ठित एवं शाकाहारी परिवारों के बच्चों को मांसाहारी भोजन परोसा गया था जिसे आपत्ति के बाद में बदलकर शाकाहारी भोजन दिया गया।