
मुख्यमंत्री ने सुशासन तिहार के तीसरे चरण के पाँचवे दिन महासमुंद, गरियाबंद और बलौदा बाज़ार - भाटापारा जिले के कार्यों की समीक्षा बैठक ली
सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का ज़मीनी स्तर पर कार्यवाही का फीडबैक मिल रहा सुशासन तिहार में : मुख्यमंत्री
गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या को गंभीरता से लेकर उनका निराकरण करने पर मुख्यमंत्री ने दिया ज़ोर
मार्च 2026 तक तीन साल से ज़्यादा लम्बित राजस्व मामलों को सभी ज़िले अनिवार्यता निपटा लें
सुशासन तिहार के तीसरे चरण में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का जिलों के गांवों का आकस्मिक निरीक्षण और समाधान शिविरों का दौर जारी है जहाँ आवेदनों के निराकरण की स्थिति से अवगत होकर वे समीक्षा बैठक भी ले रहे हैं । आज इसी कड़ी में मुख्यमंत्री साय ने महासमुंद जिला मुख्यालय में महासमुंद,गरियाबंद और बलौदा बाज़ार के कलेक्टर-एसपी, डीएफओ सहित अन्य अधिकारियों की बैठक ली।
उन्होंने जिले में सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों और उन के निराकरण की स्थिति की जानकारी लेने के साथ ही शासन की फ्लैगशिप योजनाओं की इन जिलों में क्रियान्वयन की समीक्षा की। आमजनों को मिलने वाली बुनियादी सुविधायें जैसे सड़क , बिजली , पानी , की व्यवस्था और स्थिति की समीक्षा बैठक में हुई । मुख्यमंत्री श्री साय ने ज़ोर दिया कि ज़िलों में आमजनों के हित को सर्वोपरि रख कलेक्टर-एसपी नियमित भ्रमण कर उनकी समस्याओं,माँग, शिकायतों को दूर करें ।
जिला पंचायत सभाकक्ष में आहूत संयुक्त समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने सुशासन तिहार की बधाई देते हुए अधिकारियों से कहा कि जिस समर्पण और परिश्रम के साथ आप सभी ने इस महाअभियान को सफल बनाने में योगदान दिया है प्रशंसनीय है । सुशासन तिहार का उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान के साथ जन संवाद को मजबूत करना है। हमारे संवेदनशील प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा जनता के दुख दर्द को कम करने उन तक पहुंचने कहते हैं । अतः अपनी पूरी ऊर्जा, प्रतिबद्धता और विनम्रता के साथ लोगों से मिलें और अपने दायित्व का निर्वहन करें इसलिए हमें स्वयं जनता के बीच जाना होगा। वे स्वयं औचक निरीक्षण कर जिलों के अधिकारियों की कार्यप्रणाली की लगातार समीक्षा कर रही हैं समीक्षा बैठकों में यह स्पष्ट हुआ है कि जो अधिकारी क्षेत्र में सक्रिय रहे, उन्हें जनसमस्याओं की गहरी समझ रही। एक सक्रिय और सफल अधिकारी वही होता है जो पहल करता है, संवाद करता है और समाधान तक पहुँचता है।
मुख्यमंत्री साय ने गर्मी के मौसम को देखते हुए जहाँ पेयजल की समस्या है उनका निराकरण प्राथमिकता से करने पर ज़ोर दिया । गर्मी में बिजली का लोड बढ़ने को लेकर अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसके लिए पहले से तैयारी करें और जिन क्षेत्रों में यह समस्या आ रही उनका चिन्हांकन कर आवश्यक कार्यवाही करें। मुख्यमंत्री ने राजस्व मामलों की समीक्षा करते हुए संभागायुक्त को जिलों में विशेष शिविर लगाकर प्रकरण निपटाने पर ज़ोर दिया । बैठक में तीनों ज़िले के कलेक्टर्स को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मार्च 2026 तक तीन साल से अधिक लंबित सभी राजस्व प्रकरणों का निपटारा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए ।
बैठक में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना शासन की महती योजना है। लोगों को पक्का आवास देने की इस योजना के क्रियान्वयन में कोई कोताही ना बरती जाये। राज्य में ज़मीन रजिस्ट्री को लेकर की गई दस नई क्रांतिकारी पहल का बैठक में ज़िक्र किया ताकि हितग्राहियों के बीच व्यापक प्रचार प्रसार ज़िलों में हो और उन्हें इस महती योजना का लाभ मिले । मुख्यमंत्री ने सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर की समीक्षा के दौरान निर्माण कार्यों में जो भी दिक्कत आ रही उन्हें जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए । बैठक में मुख्यमंत्री जनदर्शन, संस्थागत प्रसव , सिकल सेल स्क्रीनिंग टेस्ट , जल जीवन मिशन में स्वीकृत और प्रगतिरत कार्य , लोक सेवा केंद्रों के प्रकरणों के निपटारे, खाद बीज भंडारण , वितरण , फसल चक्र परिवर्तन के लिए किए जा रहे प्रयास , गर्मी और आगामी मानसून के मद्देनजर मौसमी बीमारियों से बचाव के प्रयोजन की ज़िलावार समीक्षा की गई । विभिन्न पेंशन प्रकरणों , आश्रम छात्रावासों में स्वीकृत सीट, रिक्त पद आदि की समीक्षा की गई । मुख्यमंत्री श्री साय ने ऐसे जिलों को जहाँ १०-१२ वी बोर्ड के नतीजे संतोषजनक नहीं आए हैं वहाँ ज़्यादा बेहतर नतीजे लाने पर ध्यान देने कहा ।
संयुक्त समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने विशेष बल देते हुए कहा कि एक महीने बाद मानसून आ जाएगा अतः अभी अधोसंरचना से जुड़े काम जैसे स्कूलों के जीर्णोद्धार, सड़कों की मरम्मत के कार्यों को तेज गति से गुणवत्तापूर्ण करना प्राथमिकता होनी चाहिए। आज की बैठक में तीनों जिलों में लोगों की सड़क हादसों से सुरक्षा संबंधी उपाय , कारण आदि की समीक्षा करते हुए लोगों में जागरूकता लाने पर ज़ोर दिया गया । बैठक के अंत में अपराधों से जुड़े मामलों की समीक्षा की गई ।
बैठक में सांसद महासमुंद रूपकुमारी चौधरी, प्रभारी मंत्री दयाल दास बघेल, विधायक महासमुंद योगेश्वर राजू सिन्हा, राजिम विधायक रोहित साहू , मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव बसवराजू एस , रायपुर संभागायुक्त महादेव कावरे, पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा, महासमूँद , गरियाबंद , बलौदाबाजार कलेक्टर, तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।