
महासमुंद : दाई-बाबा दिवस पर 5115 बुजुर्गों को मिला स्वास्थ्य लाभ
जिले भर में आयोजित "दाई-बाबा दिवस" के अवसर पर कुल 5115 बुजुर्गों ने स्वास्थ्य परीक्षण एवं सेवाओं का लाभ उठाया। यह आयोजन बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज में उनके प्रति सम्मान, संवेदनशीलता एवं संवाद की भावना को भी सशक्त बनाने में सफल रहा।
यह विशेष दिवस राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर के संयुक्त निर्देशन में आयोजित किया गया। इस दिन की थीम "हमारे बुजुर्ग, हमारी धरोहर" रखी गई, जिसका उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान, सामाजिक सहभागिता और पीढ़ियों के बीच भावनात्मक जुड़ाव को मजबूत करना था।
स्वास्थ्य मेला जिले के जिला चिकित्सालय , पांचों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और सभी 258 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र) में एक साथ आयोजित किया गया।
बुजुर्गों को समर्पित इस दिवस में उन्हें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोतियाबिंद, हड्डियों की मजबूती, मानसिक स्वास्थ्य एवं संज्ञानात्मक क्षमता की जांच जैसी सेवाएं प्रदान की गईं। साथ ही वृद्धावस्था पोषण एवं आयुष आधारित परामर्श भी उपलब्ध कराया गया।जिन बुजुर्गों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं था, उनका मौके पर पंजीयन कर डिजिटल हेल्थ आईडी (आभा आईडी ) से लिंक किया गया। ताकि वे भविष्य में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निःशुल्क उपचार का लाभ प्राप्त कर सकें।
स्वास्थ्य केंद्रों पर बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था की गई, जैसे – छाया, बैठने की उचित व्यवस्था, पेयजल सुविधा, प्राथमिक चिकित्सा किट, व्हीलचेयर एवं सहायक दल। दूरदराज के क्षेत्रों से बुजुर्गों को मोबाइल हेल्थ टीम द्वारा लाया गया। साथ ही ANM, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व मितानिनों की सहायता से बच्चों को प्रेरित किया गया कि वे अपने दादा-दादी, नाना-नानी को स्वास्थ्य केंद्र लेकर आएं।
कार्यक्रम के दौरान बुजुर्गों को वयोवृद्ध पहचान पत्र (पीला कार्ड), श्रीफल और जरूरतमंदों को वॉकिंग स्टिक भी प्रदान की गई।इस आयोजन का सफल संचालन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी. कुदेशियां, जिला नोडल अधिकारी (NPHCE) डॉ. अनिरुद्ध सिंह कसार एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक नीलू घृतलहरे के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ