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महासमुंद : ग्राम पंचायत ने 4 परिवारों का दाना पानी किया बंद

महासमुंद। जिले के बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिहाझर की महिला सरपंच अपने ग्राम पंचायत में चला रही हैं सरिया का कानून। सरपंच और पंचों ने मिलकर चार अनुसूचित जाति परिवारों का ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पास कर राशन और पानी कर दिया बंद। पीड़ित परिवार न्याय मांगने पहुंचे पुलिस थाना और जनपद पंचायत पर रसूखदारों के दबाव के चलते नहीं मिला गरीब परिवारों को न्याय। 

हम आपको बता दें कि ग्राम पंचायत बिहाझर की महिला सरपंच काजल साहू ने गांव के चार परिवार पूना बाई मेहर, पिंकी रात्रे, रूखमणि व तूकेश्वरी मेहर को सरकारी राशन दुकान से सरकारी राशन देने से मना कर दिया है। वहीं नल जल योजना से मिलने वाला पानी बंद कर दिया है। 

काजल साहू से जब इस तुगलगी फरमान जारी करने और चार परिवारों को उनकी मूलभूत सुविधाओं से गैर कानूनी तरीके से वंचित करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहां कि यह चार परिवार अवैध महुआ शराब के कारोबार में लिप्त हैं। 

वहीं पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनके द्वारा एक ईट भट्टे का संचालन किया जा रहा है जो गांव के कुछ रसूखदार लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है जिसकी वजह से उन्होंने यह आरोप लगाते हुए, सुनियोजित तरीके से गांव में उनका राशन और पानी बंद कर दिया हैं।



बड़ा सवाल अब यह है कि क्या ग्राम पंचायत को यह हक है कि वह किसी परिवार का राशन और पानी खुले आम कानून का उल्लंघन करते हुए ग्राम सभा में प्रस्ताव पास कर बंद कर सकते हैं। क्या ऐसे जन प्रतिनिधियों पर कानूनी कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। पीड़ितों के शिकायत के बाद भी पुलिस और जनपद पंचायत के अधिकारी क्यों मूक दर्शक बने हैं।


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