
गरीबी मिटाने वाली योजना! जानिए कैसे दीन दयाल अंत्योदय योजना से मिल रहा 10 लाख तक का लोन और फ्री ट्रेनिंग
गरीबी उन्मूलन और कमजोर वर्गों के उत्थान के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना (DAY) की शुरुआत की। इस योजना में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया है। योजना के दो प्रमुख हिस्से हैं — DAY-NULM (National Urban Livelihood Mission) जो शहरी इलाकों में लागू है, और DAY-NRLM (National Rural Livelihood Mission) जो ग्रामीण क्षेत्र में संचालित होता है।
इस योजना के तहत शहरी और ग्रामीण गरीबों को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। उन्हें स्वयं सहायता समूह (SHG) के माध्यम से संगठित कर सस्ती दरों पर ऋण, कौशल प्रशिक्षण, टूलकिट, मार्केटिंग सपोर्ट और डिजिटल लेनदेन में मदद मिलती है। शहरी क्षेत्र में स्ट्रीट वेंडर्स और बेघरों को भी विशेष लाभ दिया जाता है जैसे आश्रय स्थल, क्रेडिट सुविधा और बाजार में स्थान उपलब्ध कराना। ग्रामीण क्षेत्र में विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं के SHG बनाए जाते हैं, ताकि वे खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें और बैंकिंग से जुड़कर वित्तीय रूप से मजबूत बन सकें।
इस योजना में प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रति लाभार्थी ₹15,000 तक की सहायता, साथ ही माइक्रो एंटरप्राइज खोलने के लिए व्यक्तिगत रूप से ₹2 लाख और समूह को ₹10 लाख तक का ऋण भी दिया जाता है, जिस पर ब्याज सब्सिडी मिलती है। साल भर में मात्र आपको 7% ब्याज दर देखने को मिलेगा। ग्रामीण क्षेत्र में DDU-GKY के माध्यम से 15–35 वर्ष के युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण और प्लेसमेंट की सुविधा मिलती है।
कुल मिलाकर, दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना गरीब तबके को सिर्फ रोजगार नहीं बल्कि आत्मविश्वास भी देती है, ताकि वे सम्मानजनक जीवन जी सकें। यदि आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी नगर निकाय, ग्राम पंचायत या CSC केंद्र से संपर्क करके आवेदन कर सकते हैं।