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सरायपाली : विकासखंड स्तरीय प्रवेश उत्सव में नवप्रवेशियों का स्वागत, बालिकाओं को मिली नि:शुल्क साइकिलें

विकासखंड सरायपाली अंतर्गत शासकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शाला मोखापुटका में विकासखंड स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महासमुंद लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती रूपकुमारी चौधरी थीं, जबकि अध्यक्षता विधानसभा सरायपाली के विधायक चातुरी नंद ने की। कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत महासमुंद मोंगरा किशन पटेल, सदस्य जिला पंचायत महासमुंद कुमारी भास्कर, अध्यक्ष जनपद पंचायत सरायपाली लक्ष्मी हरिश्चंद्र पटेल, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सरायपाली मुकेश धर्मेंद्र चौधरी, सदस्य जनपद पंचायत सरायपाली अनीता जी, सरपंच ग्राम पंचायत मोखापुटका लोचन भावना पटेल, संजय शर्मा, विपिन उबोवेजा, जनपद सदस्य उद्धव नंद, एसडीएम(आईएएस) नम्रता चौबे, अतिरिक्त तहसीलदार मनीषा देवांगन, तहसीलदार श्रीधर पंडा़, नायब तहसीलदार हरि भोय, विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी डीएन दीवान, विकासखंड स्त्रोत समन्वयक सतीश स्वरूप पटेल सहित पंच गण उपस्थित थे।
                                               
नवप्रवेशी बच्चों का तिलक कर मिठाई खिलाई गई तथा बैग एवं पाठ्यपुस्तक वितरित कर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। कक्षा नवमीं में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को भी पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। सरस्वती साइकिल योजना के अंतर्गत 7 बालिकाओं को नि:शुल्क साइकिलें प्रदान की गईं। इस अवसर पर ग्राम पंचायत मोखापुटका के सरपंच व पंचगणों के सहयोग से "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत 1000 पौधों का रोपण किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। साथ ही सभी अतिथियों, ग्रामीणों एवं विद्यार्थियों के लिए नेवता भोज की व्यवस्था भी की गई।

शिक्षा विभाग का प्रतिवेदन विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रकाश चंद्र मांझी द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने बताया कि विकासखंड सरायपाली में शिक्षा की गुणवत्ता निरंतर बेहतर हो रही है। वर्ष 2024-25 में आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं एवं बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों ने उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। कक्षा 10वीं की परीक्षा में कु. आरती भोई ने छठवां तथा कु. सिमरन कश्यप ने सातवां स्थान प्राप्त कर टॉप टेन में स्थान बनाया है।प्रयास विद्यालय में 51 विद्यार्थियों ने नामांकन कराया है। वहीं नवोदय विद्यालय में 25, सैनिक स्कूल में 16, एकलव्य आवासीय विद्यालय में 68, राष्ट्रीय साधन सह प्रवीण्य परीक्षा में 27 और इस्पायर अवार्ड हेतु 30 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विकासखंड सरायपाली का कोई भी विद्यालय न तो शिक्षक विहीन है और न ही एकल शिक्षकीय। सभी स्कूलों में पर्याप्त शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। शासन की विभिन्न योजनाओं जैसे नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक, मध्यान्ह भोजन, सरस्वती साइकिल योजना एवं राज्य छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ विद्यार्थियों को मिल रहा है।इसके अतिरिक्त ‘बालवाड़ी कार्यक्रम’ का भी प्रभावी संचालन किया जा रहा है, जिसमें 5 से 6 वर्ष आयु वर्ग के छोटे बच्चे खेल-खेल में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

सांसद रूपकुमारी चौधरी ने अपने उद्बोधन में बच्चों की शिक्षा में परिवार, विशेषकर माताओं की भूमिका को सर्वोपरि बताया। उन्होंने कहा कि एक बच्चे की पहली शिक्षिका उसकी मां होती है और उसका पहला विद्यालय उसका घर। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों को सिर्फ स्कूल भेजने तक सीमित न रहें, बल्कि घर पर भी उन्हें प्रेरणा दें, संवाद करें और समय दें, ताकि उनकी बुनियाद मजबूत हो सके। सांसद ने कहा कि शिक्षा केवल विद्यालय तक सीमित नहीं है, यह एक सतत प्रक्रिया है, जो माता-पिता के सहयोग से ही पूर्ण होती है। विधायक चातुरी नंद ने संबोधन करते हुए बालिकाओं को विशेष रूप से शिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

मोखापुटका–कौहाकुड़ा मार्ग के लिए जमीन दान करने वाले ग्रामीणों – चंदराम चौधरी, नवरतन साहू, मुरलीधर चौधरी, रूपसिंह सिदार ,जनक राम सिदार, गंगाधर सिदार,लक्षमन सिदार, रूपधर चौधरी,चैतराम चौधरी,नवरतन चौधरी, दिलचंद चौधरी, दुखी लाल सिदार, भरत दास और जमुना प्रसाद का सम्मान अंगवस्त्र एवं मोमेंटो भेंट कर किया गया।कार्यक्रम के आकर्षण का केंद्र जादुई पिटारा, टीएलएम प्रदर्शनी, कठपुतली नृत्य व सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ रहीं। स्वागत नृत्य, छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य एवं देशभक्ति गीतों पर आधारित कार्यक्रमों ने उपस्थितजनों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता शैलेन्द्र कुमार नायक ने किया तथा आभार प्रदर्शन विकासखंड स्त्रोत समन्वयक (समग्र शिक्षा) श्री सतीश स्वरूप पटेल ने किया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों, शिक्षक-शिक्षिकाओं, पालकों एवं ग्रामवासियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।


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