पिथौरा : वायरल विडियो में बाल आयोग हुआ सख्त, डीईओ महासमुंद को जांच रिपोर्ट मांगा।
डीईओ के निर्देश पर पिथौरा बीईओ ने शासकीय मोहगांव हाईस्कूल पहुंच कर की जांच।
पिथौरा। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ वर्णिका शर्मा ने शासकीय हाईस्कूल मोहगांव की वायरल विडियो से संबंधित शिकायत पर गंभीरतापूर्वक संज्ञान ली है। आयोग ने शिकायत मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी महासमुन्द को इस मामले की जांच कर स्पष्ट अभिमत सहित प्रतिवेदन उपस्थित होकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिए है।
मालूम हो कि शासकीय हाईस्कूल मोहगांव का एक विडियो वायरल हुआ है। जिसमें स्कूली बालिका ने प्राचार्य जगदीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाये थे। वायरल विडियो को पेनड्राइव में लाकर स्कूल में शाला विकास समिति एवं पालको की मौजूदगी में शिक्षक भोजराज प्रधान के लैपटाप में 19 सितम्बर को देखा गया। विडियो देखे जाने के बाद स्कूल में आरोप-प्रत्यारोप का माहौल बन गया। स्थिति बिगडने पर शिक्षक गौरीशंकर पण्डा ने 22 सितम्बर को कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं डीईओ महासमुन्द को लिखित आवेदन देकर जांच की मांग की है।
इस प्रकरण को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता विनोद कुमार दास ने 14 अक्टूबर को डॉ. वर्णिका शर्मा अध्यक्ष बाल अधिकार संरक्षण आयोग को शिकायत कर जांच की मांग की। आयोग ने 23 अक्टूबर को इस मामले की विस्तृत जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिए है।
जांच हेतु लक्ष्मी डडसेना बीईओ पिथौरा ने 22 नवम्बर को मोहगांव हाईस्कूल पहुंची। संबंधित शिक्षको एवं ग्रामीणो के लिखित बयान दर्ज करके जांच की। जांच में यह तथ्य सामने आया कि विडियो में स्कूली बालिका के द्वारा लगाये गये गंभीर आरोपो की जानकारी विद्यालय के एक शिक्षक व संकुल समन्वयक को थी। लेकिन उन्होने अपने उच्च अधिकारियो को इसकी जानकारी नही दी। बल्कि इस गंभीर व संवदेनशील मामले को जानबूझकर छुपाया व दबाया है।
गौरतलब है कि यह विद्यालय पहले भी विवादो में रहा है। स्कूली बच्चो से प्राचार्य की निजी कार धुलवाई की विडियो वायरल हुआ था, जिसमें जांच में प्राचार्य दोषी साबित हुए। जिनके उपर अनुशासनात्मक कार्रवाई हेतु उच्च कार्यालय को प्रतिवेदन भेजा गया है। वही एक और मामले में शिक्षक अन्जय कश्यप ने पूर्व में स्कूली बच्चो को बेशरम के डंडे से मारा था। जो मामला थाना तक पहुंचा था।