news-details

सुराजी गांव योजनान्तर्गत गरूवा कार्यक्रम में पशुधन विकास विभाग द्वारा कार्य प्रगति पर

महासमुन्द 10 फरवरी 2020/शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के अंतर्गत गरूवा, घुरूवा कार्यक्रम के तहत जिला पंचायत, वन, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के सहयोग से पशुपालन विभाग द्वारा पशु संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहे है। पशु चिकित्सा एवं सेवाएं के उप संचालक ने बताया कि गरूवा संवर्धन हेतु जिले में स्वीकृत 225 गौठानों में 76 गौठानों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है वहीं 102 गौठानों का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। इन गौठानों में औसतन 6 हजार 70 पशुधन आते हैं। इन पशुओं से उत्सर्जित गोबर से 103 मिट्रिक टन खाद का उत्पादन हुआ है वही 33 गौठानों में 10 हजार 501 किलोग्राम वर्मी खाद का उत्पादन हुआ है। इन गौठानों में 426 पशु स्वास्थ्य रक्षा षिविर संपन्न किये गये है। 61 हजार 687 पशुओं में गलघोंटू, एकटंगिया एवं खुरहा-चपका रोग प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया गया है वहीं 6 हजार 719 पशुओं का सामान्य रोग उपचार किया गया है।

जिले के 80 गौठानों में हरा चारा उत्पादन के लिए लगभग साढ़े तीन सौ हेक्टेयर क्षेत्र निर्धारित किया गया है जिनमें 55 चारागाह विकसित किये जा चुके हैं। इन चारागाहों में 1 लाख 95 हजार बहुवर्षीय नेपीयर रूट्स रोपे गये है तथा 200 किलोग्राम ज्वार चरी की बोवाई भी की गयी है। सुराजी गांव योजनान्तर्गत पैरादान योजना प्रगति पर हैं। सूखे चारे के रूप में अब तक 42 हजार 520 क्विंटल पैरा एकत्र किया गया है। पशुनस्ल सुधार के लिए 1580 कृत्रिम गर्भाधान तथा 2 हजार 756 नाटे बछड़ों का बधियाकरण किया गया है। बम्हनी गौठान ग्राम में 11 बैकयार्ड कुक्कुट इकाई वितरित कर 11 अनुसूचित जनजाति के हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इसके अंतर्गत प्रत्येक हितग्राही को प्रति इकाई 28 दिवसीय 45 रंगीन चूजे एवं 16 किलो खाद्यान्न वितरण किया गया है।





अन्य सम्बंधित खबरें