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जिले को मिली तीन नई 108 एम्बुलेंस पटेवा, बागबाहरा और सरायपाली में दौडेंगी न्यू ब्रांड संजीवनी 108

‘जिले में संजीवनी एक्सप्रेस 108 के कुनबे में तीन नई एम्बुलेंस जुड़ गईं हैं

जिला अस्पताल से विधायक श्री विनोद चन्द्राकर और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.पी.वारे ने हरी झंडी दिखा कर दो को रवाना किया

महासमुन्द 10 फरवरी 2020/जिलेवासियों के लिए अच्छी खबर है। अब, चाहे मौसम खराब हो या गड्ढ़ों भरी सड़कें, नई संजीवनी 108 बिना देर किए मरीजों को अस्पताल तक पहुंचायेगी। दरअसल, घायल व बीमारों को निशुल्क अस्पताल पहुंचाने वाली आपातकालीन इस निशुल्क वाहन सेवा में तीन नई एम्बुलेंस शामिल की गईं है। जो विकासखंड सरायपाली और बागबाहरा सहित पटेवा क्षेत्र में सुगम सेवायें उपलब्ध करायेंगी। हाल ही में सरायपाली के लिये शुरू की गई नई 108 एम्बुलेंस के बाद सोमवार 10 फरवरी को विधायक श्री विनोद सेवनलाल चंद्राकर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे ने दो और नई संजीवनी 108 को हरी झंड़ी दिखा कर गंतव्य की ओर रवाना किया।

बता दें कि जिले में कुल 06 संजीवनी 108 एम्बुलेंस दिन और रात चौबीसों घंटे मरीजों को अस्पताल लाने के कार्य में लगी हुई हैं। सरकार के साथ हुये करार के अनुसार जिले में जय अम्बे इमरजेंसी सर्विस के द्वारा संजीवनी 108 की आपातकालीन एम्बुलेंस सेवायें संचालित हैं। संस्थागत अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रथम चरण में जिले में तीन नये वाहन पहुंचे चुके हैं। इसी क्रम में निधार्रित तिथी के पूर्व जल्द ही अन्य पुरानी एम्बुलेंस को भी नई एम्बुलेंस से रिप्लेस कर लिया जायेगा। इसके लिये पहले उन जगहों को प्राथमिकता दी जा रही हैं, जहाँ के वाहन पुराने हो चुके हैं या उनने ढाई लाख किलोमीटर अथवा पांच वर्ष से अधिक का समय पूरा कर लिया है। इस अवसर पर विधायक श्री सेवनलाल चंद्राकर, वरिष्ठ राजनेता श्री दाऊ लाल चंद्राकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार, अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री उत्तम श्रीवास डाटा प्रबंधक श्री विजय भान सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

नए वाहन में मिलेगी बेहतर सुविधा

संजीवनी एम्बुलेंस 108 में शॉक मशीन, रक्तचाप मापने का उपकरण, वातानुकूलित सिस्टम यानी एसी, संक्रमण से सुरक्षा के लिये जरुरी निडिल डिस्ट्रॉयर सहित ऑसीजन सिलेंडर की व्यवस्था होती है। साथ ही अनुभवी पायलट के साथ इसमें इमरजेसी मैनेजमेंट तकनीशियन की सेवायें मिलती हैं। जिनका सीधा संपर्क राजधानी स्थित कॉल सेंटर से होता है। आपातकाल की स्थिति में आप ‘108‘ या फिर ‘112‘ के टोल फ्री दूरभाष नंबर पर कॉल कर इसकी निशुल्क सेवायें ले सकते हैं।





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