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प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति पिरदा पर लगाये गए आरोप जाँच के दौरान पाए गए निराधार, निरिक्षण कर कलेक्टर ने दिए थे जाँच के आदेश.

बसंत साव पिथौरा.  खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्या. पिरदा पंजीयन क्रमांक 1237 द्वारा धान उपार्जन का निरीक्षण कार्य किया जा रहा है. 23 जनवरी 2020 को कलेक्टर महोदय, पुलिस अधीक्षक महोदय, कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, नोडल अधिकारी, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक जिला महासमुंद के द्वारा उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया गया था.

इस दौरान छत्तीसगढ़ खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर 2019-20 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए जारी नीति एवं प्रावधानों के विपरीत अनियमितताएं पाई गई थी.

जिसमे निरीक्षण के दौरान पाया गया कि उपार्जन केंद्र में अमानक गुणवत्ता का धान खरीदा जा रहा था, जो धान खरीदी नीति के नियम के अनुसार उल्लंघन है. धान उठाने पहले खरीदे गए धान की डिलीवरी नहीं की जा रही है थी, जिसमें धान में सुखाने की और समिति को आर्थिक हानि होने की आशंका है.

इसके साथ ही खरीदे गए धान की स्टाकों में बिना डैमेज लगाए हुए छल्ली लगाई गई थी, निरीक्षण के दौरान धान विक्रय हेतु पंजीकृत किसानों के टोकन जारी करने को लेकर अनियमितता किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी.

कार्यालय को 27 नवम्बर 2019 को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि वरिष्ठ कर्मचारी के होते हुए कनिष्ठ कर्मचारियों को धान खरीदी प्रभारी नहीं बनाया जाना है, किंतु इसका उल्लंघन करते हुए श्री कन्हाई लाल सेठ के समिति प्रबंधक के स्थान पर श्री मोहनलाल पटेल को खरीदी प्रभारी बनाया गया.

निरिक्षण के दौरान शासन के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की महत्वपूर्ण योजना में घोर लापरवाही होना माना गया, साथ ही यहाँ दिए गए दिशा-निर्देशों की अवहेलना किया जाना भी पाया गया था. जिसके संचालक मंडल अध्यक्ष और सभी सदस्यों को छत्तीसगढ़ सहकारी समितियों अधिनियम 1960 की धारा 53(2) के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. और अपना जवाब प्रस्तुत करने कहा गया था.

इसके  बाद कल 19 अप्रैल को  कलेक्टर महोदय के द्वारा गठित जांच दल के द्वारा तहसीलदार महोदय पिथौरा के निर्देशन में उपार्जन केंद्र का निरीक्षण किया गया. और शिकायतकर्ता के बिंदु पर जांच किया गया.

निरीक्षण समय पर तहसीलदार पिथौरा श्री देवांगन, खाद्य निरीक्षक पिथौरा श्रीमती सुशीला, सहकारिता विस्तार अधिकारी पिथौरा,  जिला अधिकारी केंद्रीय बैंक सहित समिति के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद थे.

जहाँ उपार्जन केंद्र प्रभारी श्री मोहन पटेल का वचन लिया गया. मौके पर अमानत गुणवत्ता की धान खरीदी नहीं किया जाना पाया गया. वर्षा से प्रभावित निम्न गुणवत्ता का 754 का धान पाया गया. मौके पर सिंगल लेयर पैरा भूसी का डेनेज अधिकतम स्टॉक में पाया गया. जबकि डबल लेयर डेनेज किसी भी स्टॉक में नहीं पाया गया.

समिति प्रभारी के मोहन पटेल के कथन के अनुसार पूर्व समिति प्रबंधक श्री कन्हैयालाल सेठ के द्वारा अत्याधिक धान खरीदी एवं विवरण में लापरवाही के कारण वार्षिक प्रस्ताव की समिति से उन्हें मोहनलाल पटेल को प्रभार दिया जाए पाया गया. जांच के दौरान किसी भी धान बोरे में रेत का मिला नहीं पाया गया. जितने भी आरोप लगाये गए थे सभी निराधार पाया गया.


तहसीलदार पिथौरा ने क्या कहा देखिए विडियो निचे




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