news-details

बरमकेला क्षेत्र में जिस युवक को हुआ कोरोना.. उसका इलाज कर रहा था झोलाछाप डाॅक्टर, डेढ दर्जन से अधिक गांवों में घूम-घूमकर कर चुका है इलाज…अब बरमकेला के डेढ दर्जन गांवों में संक्रमण का खतरा….

शुक्रवार को रायगढ जिले में 6 मरीजों की पुष्टि हुई है। जिनमें लैलूंगा के 3, धरमजयगढ से 1, तमनार से 1 और बरमकेला से 1 मरीज है। इन सबसे में बरमकेला का मरीज महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस मरीज का इलाज एक झोलाछाप डाॅक्टर द्वारा किया जा रहा था। डाॅक्टर बगैर किसी एहतियात के हफ्तेभर तक उसका इलाज करता रहा। मरीज की हालत नहीं सुधरी तो वह अस्पताल पहुंचा। अस्पताल में उसकी बीमारी पुष्ट हुई है। चिंता की बात तो ये है कि कोरोना पाॅजीटिव मरीज का इलाज करने वाला डाॅक्टर बरमकेला क्षेत्र के डेढ दर्जन से अधिक गांवों में घूम-घूमकर इलाज कर चुका है। इससे संक्रमण के फैलने का खतरा बढने की संभावना अधिक है। युवक की ट्रेवल हिस्ट्री भी स्वास्थ्य विभाग खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि युवक सराईपाली से लौटा था।

मिली जानकारी के अनुसार बरमकेला क्षेत्र के मौहापाली गांव का मरीज कोरोना संक्रमित हुआ है। कुछ दिन पहले उसे सर्दी-बुखार की षिकायत हुई थी। जिसका इलाज हट्टापाली गांव का रहने वाला झोलाछाप डाॅक्टर हरिराम चैहान कर रहा था। बार-बार युवक को वह मामूली दवाई दे देता और दिलासा देता कि उसकी बीमारी ठीक हो जाएगी। लेकिन बीमार युवक की हालत में सुधार नहीं आई। जबकि डाॅक्टर ने कभी भी उसे अस्पताल जाने की हिदायत नहीं दी। वहीं जब युवक की हालत नहीं सुधरी तो वह अस्पताल चला गया, जहां ग्रामीण युवक में कोरोना पुष्टि हुई है। संक्रमण काल के इस दौर में भी झोलाछाप डाॅक्टरों का वर्चस्व बरकरार है। ग्रामीण अंचलों में झोलाछाप घूम-घूमकर इलाज कर रहे हैं। उन्हें संरक्षण देने में स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी लगे हुए हैं।

इन गांवों में संक्रमण फैलने का खतरा

हट्टापाली का रहने वाला झोलाछाप डाॅक्टर हरिराम चैहान आसपास के दर्जनों गांव में घूम-घूमकर इलाज करता है। संचार क्रांति डाॅट काॅम को मिली जानकारी के अनुसार उक्त डाॅक्टर लंबे समय से ग्रामीण अंचलों में डाॅक्टरी कर रहा है। वर्तमान में बरमकेला क्षेत्र के मौहापाली, हट्टापाली, जगदीशपुर, छिंदपतेरा, खैरडीपा, करपी, परधियापाली, कर्रामाल, कालाखूंटा, अमलीपाली समेत लगभग डेढ दर्जन गांवों में वह घूम चुका है।




अन्य सम्बंधित खबरें