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RCB vs KXIP: किंग्स इलेवन पंजाब की रोमांचक जीत, राहुल-गेल की तूफानी पारी, आखिरी गेंद पर पूरन ने जड़ा सिक्स

IPL 2020 के 31वें मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर को 8 विकेट से हरा दिया। खास बात यह है कि पंजाब की दोनों जीतें आरसीबी के खिलाफ ही आई हैं। बैंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शारजाह के मैदान पर पहले बल्लेबाजी चुनी। टीम ने छह विकेट पर 171 रन का स्कोर बनाया। 19वां ओवर समाप्त होने पर पंजाब का स्कोर एक विकेट पर 170 रन था। यानी जीत बस दो कदम दूर थी। लेकिन ये दो कदम मीलों के फासले बन गए। आखिर पंजाब मंजिल पर तो पहुंच गया लेकिन छह गेंदें रोमांचक रहीं। बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने क्रिस गेल, जो धाकड़ हाफ सेंचुरी लगा चुके थे, के सामने युजवेंद्र चहल को गेंद थमाई। वह कोहली का तुरुप का पत्ता हैं। लेकिन आज चहल दो ओवरों में 28 रन दे चुके थे। सामने गेल थे, यानी जरा सी चूक और मैच खत्म। हालांकि बैंगलोर की टीम को अहसास था कि जीतने का चांस नहीं पर पंजाब को अभी दो रन बनाने थे। और छह गेंदों का सामना करना था। और इन्हीं छह गेंदों में क्रिकेट अपने रोमांच के चरम पर पहुंचा।

19.1 चहल, गेल को- कोई रन नहीं। यह एक लेग ब्रेक थी। गेल ने गेंद को मिडविकेट की ओर खेला। कोई रन नहीं बना। गेंद लेग ब्रेक थी लेकिन गेल को इसे खेलने में कोई दिक्कत नहीं हुई

19.2 चहल, गेल को फिर कोई रन नहीं। यह ऑफ स्टंप के बाहर फुल गेंद थी। टप्पा लगकर अंदर आई। गेल ने इसे यह सोचकर छोड़ दिया कि यह वाइड होगी लेकिन तेजी से अंदर टर्न हुई।

19.3 चहल, गेल को एक रन। गेल ने गेंद को ऑफ स्टंप के बाहर से स्लॉग स्वीप किया। पडीक्कल ने डीप मिडविकेट से दौड़ लगाई और छलांग लगाकर गेंद को रोका। गेंद उनके ऊपर से जा रही थी लेकिन पडीक्कल ने उसे हाथ मारकर रोक दिया।

अब तीन गेंद पर दो रन चाहिए थे, सामने आए राहुल चहल ने गेंद धीमी की। सिर्फ 70.2 किलोमीटर प्रतिघंटा। लेग ब्रेक। कोहली ने फील्ड ऊपर बुला ली थी। राहुल ने गंद को कट किया। किस्मत से वह वॉशिंगटन सुंदर के काफी करीब गिरी।

19.5 आउट इसे ही प्रेशर कहते हैं। जो मैच पंजाब आसानी से जीतता हुआ नजर आ रहा था वह अब फंस गया था। पंजाब की टीम इसे सुपर ओवर में नहीं लेकर जाना चाहती थी। राहुल ने गेंद को कवर फील्डर के हाथ में खेला और रन के लिए दौड़ पड़े। लेकिन गेल अपने छोर पर पहुंच पाते इससे काफी पहले पडीक्कल के थ्रो पर विकेटकीपर एबी डिविलयर्स ने गिल्लियां बिखेर दीं।

आखिरी गेंद पर पंजाब को अब एक रन बचाना था। और ऐसा होता तो मैच सुपर ओवर में जाता और वहां तो कुछ भी हो सकता था। चहल की यह गेंद थोड़ा आगे फेंकी गई थी। निकोलस पूरन ने आगे बढ़कर गेंद को फुलटॉस पर लिया। और लॉन ऑन के ऊपर से खेला। हालांकि गेंद आसानी से मैदान के पार नहीं गई। क्रिस मॉरिस ने छलांग लगाकर गेंद को लपकने की कोशिश की। एक समय पर लगा कि शायद.... क्योंकि गेंद बल्ले के निचले हिस्से पर लगी थी। लेकिन किसी तरह गेंद सीमा-रेखा के पार चली गई। और किंग्स ने मैच जीत लिया।

किंग्स इलेवन पंजाब ने आखिर मैच जीत लिया लेकिन असल में मुकाबला इतना कड़ा होना ही नहीं चाहिए था। आखिरी तीन ओवर में पंजाब को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे। आखिर दो ओवर में सात। यानी मैच को इतना रोमांचक बनाने में उसके बल्लेबाजों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। खास तौर पर गेल ने जिन्होंने 36 गेंद पर हाफ सेंचुरी पूरी की लेकिन अगली 9 गेंद पर सिर्फ तीन रन बनाए। खैर, पंजाब ने अभी तक दो ही मुकाबले जीते हैं और दोनों रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ।

इससे पहले पंजाब को दिल्ली कैपिटल्स ने सुपर ओवर में हराया था। वह मैच उसे जीतना चाहिए था लेकिन कुछ अंपायर की चूक और कुछ उनकी गलती कि वह तीन गेंद पर एक रन नहीं बना पाए वह मैच सुपर ओवर में गया जहां वह हार गए। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ राहुल तेवतिया ने शेल्डन कॉटरेल के ओवर में पांच छक्के लगाकर मैच का रुख ही बदल दिया। और अपने पिछले मैच में जब वह आसानी से जीत रहे थे तो कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें दो रन से मात दी। आखिरी गेंद उन्हें सात रन चाहिए थे। ग्लेन मैक्सवेल का शॉट बाउंड्री से चंद सेंटीमीटर दूर गिरा और चौका हुआ। वरना मैच सुपर ओवर में जाता और वहां नतीजा कुछ भी हो सकता था।




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