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नगरपालिका के कर्मचारियों ने खुद की बनाई रानी लक्ष्मीबाई कॉम्प्लेक्स में, विरांगना रानी लक्ष्मीबाई जी की जयंती पर भी नही ली कोई सुध..! कॉम्प्लेक्स में पसरी गन्दगी से सारंगढ़ वासियों में आक्रोश..!

आज झांसी की रानी के रूप में विश्वविख्यात रानी लक्ष्मीबाई का 192 जयंती पूरे देश मे श्रद्धापूर्वक मनाया गया। ‘पान पानी पालगी’ की नगरी नाम से प्रशिद्ध सारंगढ में स्थानीय प्रशासन नगरपालिका सिर्फ और सिर्फ दुकान बनवाकर नीलामी करने में व्यस्त नजर आ रहे है। ये हम नही बल्कि सारंगढ़ स्थल के ‘कॉम्प्लेक्स’ चौक में बने वीरांगना झांसी की रानी की मूर्ति को देखने से ही नगरपालिका कर्मचारियों के रवैये की परिकल्पना किया जा सकती है। कॉम्प्लेक्स में बने झांसी की रानी की मूर्ति का माल्यअर्पण तो दूर की बात मूर्ति परिसर का साफ सफाई तक कि सुध नही ली गयी।

लोगों की मानें तो कॉम्प्लेक्स बनवाकर नीलामी करने में ही विभाग मस्त मग्न है। सारंगढ़ वासियों ने मनाया श्रद्धापूर्वक जयंती, किये माल्यार्पण..एक तरफ नगरपालिका के खुद बनाये गए कॉम्प्लेक्स और मूर्ति की उपेक्षा की गई परन्तु सारंगढ़ वासियों के दिलोदिमाग में अभी तक झांसी की रानी रची बसी है।


आज जयंती के उपलक्ष्य में युवा साथियों, महिलाओं एवमं अन्य देशभक्तो ने विधिवत माल्यार्पण पूजा अर्चना कर रानी लक्ष्मीबाई को याद किया।

प्रधानमंत्री नही भूले लेकिन सारंगढ़ के कर्मचारियों ने नही ली कोई सुध:- रानी लक्ष्मी बाई की 192 जयंती पर प्रधानमत्री और उपराष्ट्रपति समेत देश की की हस्तियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. उनका जन्म 1828 को वाराणसी में हुआ था और बचपन में उनका नाम मणिकर्णिका था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रानी लक्ष्मीबाई को याद करते हुए कहा कि आजादी की पहली लड़ाई में अद्भुत पराक्रम का परिचय देने वाली वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. उनकी शौर्यगाथा देशवासियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बनी रहेगी. लेकिन सारंगढ़ में उनके जयंती पर वीरांगना रूप पर लगे मूर्ति को नमन करने तक अधिकारी नही पहुचे..! अफसोस की बात यह की पहुँचना तो दूर की बात कॉम्प्लेक्स में साफ सफाई कराना भी उचित नही समझे।




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