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Selfie में Filter का इस्तेमाल करते हैं तो उसके ये Side Effects भी जान लीजिए

दुनिया भर के वैज्ञानिक इस समय उम्र को रोकने की कोशिश कर रहे हैं और आभासी दुनिया में आप खुद से भी ये काम कर सकते हैं और इस तकनीक का नाम है फिल्टर (Filter), इन्हें आप अपनी सेल्फी (Selfie) या दूसरी तस्वीरों पर इस्तेमाल करके अपनी उम्र कम कर सकते हैं और खुद को अधिक सुंदर बना सकते हैं.

सुंदर दिखने का कॉम्पिटिशन
हमारे समाज में सुंदरता को हमेशा ही, श्रेष्ठता के भाव से देखा गया है. सुंदरता को समृद्धि, वैभव और ताकत का प्रतीक माना गया है. आज भी इसमें ज्यादा बदलाव नहीं आया है. आज जिनके पास भी आज स्मार्टफोन है, उन्होंने कभी-न-कभी सेल्फी जरूर क्लिक की होगी. पर अब सुंदर होने से ज्यादा सुंदर दिखने का कॉम्पिटिशन बढ़ गया है और स्मार्टफोन (Smartphone) के सेल्फी कैमरे (Selfie Camera) इस कॉम्पिटिशन को और बढ़ा रहे हैं.

दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल (Google) की ग्लोबल स्टडी अनुसार अच्छी सेल्फी के लिए भारत और अमेरिका में सबसे ज़्यादा फिल्टर्स या एडिटिंग टूल्स का इस्तेमाल किया जाता है. यानी मोबाइल फोन से अपनी तस्वीर क्लिक करने के बाद उसमें बदलाव करके उसे और सुंदर बनाने की कोशिश होती है. आपको गूगल की इस स्टडी की 5 बड़ी बातें बताते हैं-

एंड्रॉयड फोन के फ्रंट कैमरे से 70 प्रतिशत से ज़्यादा तस्वीरें​ क्लिक की जाती हैं. यानी 70 प्रतिशत तस्वीरें सेल्फी होती हैं.

- भारतीय महिलाएं, अपनी तस्वीरों को ज़्यादा सुंदर बनाने की कोशिश करती हैं और इसके लिए वे ‘PicsArt’, ‘Makeup Plus’ जैसे ‘Filter App’ और ‘Editing Tools’ का प्रयोग करती हैं.

- सेल्फी क्लिक करना और उसे शेयर करना भारतीय महिलाओं के जीवन का एक अहम हिस्सा है और ये उनके व्यवहार और घरेलू जिम्मेदारियों को भी प्रभावित करता है.

- सेल्फी का क्रेज आज के युवा खासकर लड़कियों और महिलाओं में ऐसा है कि वो जिस ड्रेस में एक बार अपनी सेल्फी लेती हैं, उसे वो दोबारा इस्तेमाल नहीं करती हैं.

- और किसी स्मार्टफोन के कैमरे की क्वालिटी भारतीय यूजर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. उनके लिए नया स्मार्टफोन खरीदने का फैसला उसमें मौजूद कैमरे के मेगा पिक्सल्स पर निर्भर करता है.

मोबाइल फोन कंपनी के लिए सेल्फी कैमरा बन गया सेलिंग पॉइंट
आपने देखा होगा कि आजकल स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां, ये मार्केटिंग करती है कि उनके स्मार्टफोन का सेल्फी कैमरा बहुत ज्यादा मेगा पिक्सल्स का है, वो अंधेरे में भी परफेक्ट सेल्फी ले सकता है. यानी हर मोबाइल फोन कंपनी के लिए सेल्फी कैमरा एक सेलिंग पॉइंट बन गया है.

सिर्फ भारतीय महिलाएं ही नहीं, भारत के पुरुष भी सेल्फी लेते हैं और फिल्टर्स का भी इस्तेमाल करते हैं. लेकिन वो खुद से ज्यादा उस कहानी पर ध्यान देते हैं जिससे वो उस तस्वीर से समझाने की कोशिश करते हैं.

हालांकि भारतीय पैरेंट्स अपने बच्चों के सेल्फी लेने या फिल्टर्स को इस्तेमाल करने की चिंता नहीं करते हैं. उनके लिए बड़ी समस्या मोबाइल फोन का अधिक इस्तेमाल है. भारत में वैसे भी फिल्टर्स के इस्तेमाल को समाज ने स्वीकार कर लिया है और अब तो इसके लिए अलग से आपको अलग से मोबाइल एप्स भी डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है क्योंकि, आपके स्मार्टफोन कैमरा ऐप में ही ये सभी फीचर्स मौजूद हैं.

सेल्फी लेने और उसे शेयर करने की वजह
विशेषज्ञों के मुताबिक महिलाओं के लिए सेल्फी लेने और उसे शेयर करने की एक और वजह है, उनकी अपनी जिंदगी की दिक्कतें. लोगों की जिंदगी में कुछ न कुछ कमी होती है और उसे परफेक्ट दिखाने के लिए वो अपनी तस्वीरों को बेहतर करके सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं और ऐसा करके लोग खुद को दूसरों से बेहतर दिखाने की कोशिश करते हैं.





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