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सामूहिक विवाह से ही दहेज प्रथा खत्म किया जा सकता है- विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े.....सारंगढ़ में मुख्यमंत्री कन्या विवाह का कार्यक्रम संपन्न...

सारंगढ में 42 जोड़े का विवाह संपन्न हुआ। जिसमे मुख्य अथिति के रुप मे पधारे सारंगढ लोकप्रिय विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े ,जिला कांग्रेस ग्रामीण अरुण मालाकार ,सारंगढ अनुविभागी अधिकारी नन्दे, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती तुलसी बसंत उपस्थित थीं. 

मेरा शौभाग्य है कि कन्या दान करने का मौका मिला:- विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े

लोकप्रिय विधायक ने कहा इस वर्ष हमारे मुख्या के मार्गदर्शन में यह विवाह संपन्न हुआ है जिसमे बहुत खुसी की बात है कि मुझे विवाह में कन्यादान करने की सौभाग्य मिला मैं सभी को विवाह की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। और सामूहिक विवाह से ही दहेज प्रथा को ख़त्म किया जा सकता है।

क्या कहते हैं अरुण मालाकार:-

प्रदेश में गरीब परिवारों को कन्या के विवाह के सम्बन्ध में होने वाली कठिनाई को देखते हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना लागू की गई है।

क्या कहते हैं तुलसी विजय बसंत-

गरीब परिवारों को कन्या के विवाह के संदर्भ में होने वाली आर्थिक कठिनाईयों का निवारण, विवाह के अवसर पर होने वाले फिजूलखर्ची को रोकना एवं सादगीपूर्ण विवाहों को बढ़ावा देना इस विवाह का मुख्य उद्देश्य है।

सामूहिक विवाहों के आयोजन के माध्यम से मनोबल/आत्मसम्मान में वृद्धि एवं उनकी सामाजिक स्थिति में सुधार, सामूहिक विवाहों का प्रोत्साहन तथा विवाहों में दहेज के लेन-देन की रोकथाम करना।

कन्यादान योजनांतर्गत मिलने वाली सहायता-

गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवार/मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना अन्तर्गत कार्डधारी परिवार की 18 वर्ष से अधिक आयु की अधिकतम दो कन्याओं को योजना अन्तर्गत लाभ दिलाया जाना है। योजना अन्तर्गत प्रत्येक कन्या के विवाह हेतु अधिकतम 25,000/- रूपये की राशि व्यय किए जाने का प्रावधान है। इसमें से वर-वधु हेतु श्रृंगार सामग्री पर राशि 5,000/- रूपये, अन्य उपहार सामग्री पर राशि 14,000/- रूपये, वधु को बैंक ड्राफ्ट के रूप में राशि 1,000/- रूपये तथा सामूहिक विवाह आयोजन पर प्रति कन्या राशि 5,000/-रूपये तक व्यय की जा सकती है। राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अन्तर्गत विधवा/अनाथ/ विकलांग,निराश्रित कन्याओं को भी शामिल किया गया है।




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