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बसना : धोखाधड़ी : मोबाइल की जगह निकल रहे मूर्ति व साबुन

बसना , पारंगत,न्यूज। 15 हजार रुपए का एम् आई मोबाइल को साढ़े चार हजार रुपए में लेने के फेर में लोगों को मोबाइल भी नहीं मिल रहा है और साढ़े चार हजार रुपए गंवाना भी पड़ रहा है। फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों ने डाक घर को इसका जरिया बनाया है। आमतौर पर डाकघर के जरिए इस तरह के फर्जीवाड़ा का लोगों को भरोसा भी नहीं है। मोबाइल मिलने की खुशी में जब पार्सल खोलते हैं उसमें साबुन की टिकिया या फिर भगवान की छोटी मूर्ति या चूरन की डिब्बियां निकल रही है।

मोबाइल कंपनियों के नाम पर लोगों के सेलफोन पर फर्जी कॉल कर झांसा देने का गोरखधंधा चल रहा है। कॉल करने के बाद नामी गिरामी मोबाइल कंपनी का नाम लेकर ऑफर बताया जाता है। 4 जी सेट जिसकी कीमत 15 हजार रुपए है मात्र साढ़े चार हजार रुपए में देने का ऑफर दे रहे हैं। सेलफोनधारक को किसी तरह का संदेह न हो इसलिए बेहद चालाकी के साथ बताया जाता है कि आप हमारे लकी ग्राहक हैं।

आपका नंबर लॉटरी सिस्टम के जरिए सामने आया है। लिहाजा आपको इस स्कीम से जोड़ने कॉल किया गया है। झांसे में आकर लोग ऑफर बुक करा लेते हैं। ऑफर बुक कराने के बाद पता पूछा जाता है। संबंधित पते पर पार्सल भेजने की जानकारी दी जाती है। 15 हजार रुपए का 4जी सेट मात्र साढ़े चार हजार रुपए में मिलने की खुशी में लोग दिन गिनने लगते हैंं। इसी का फायदा फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह उठा रहा है। अचरज की बात यह कि इसके लिए ठगों ने डाकघर जैसे विभाग को जरिया बना लिया है। डाकघर के जरिए पार्सल आने पर लोगों को सहसा अविश्वास भी नहीं होता। लोग भरोसे के साथ पार्सल छुड़ा भी रहे हैं।

फर्जीवाड़ा की जानकारी मिलने पर मंगलवार को छत्तीसगढ़ संदेश न्यूज़ की टीम को ग्राम सिरको से एक फोन कॉल आया पीड़ित ने अपना परिचय पिलुराम बघेल मुकाम सिरको बताया, पार्सल बाँटने के लिए पोस्टमास्टर सिरको गांव आया जहां दुकान ठेला के पास पिलुराम बघेल अपने भाई बसंत बघेल के साथ खड़े थे। छत्तीसगढ़ संदेश की टीम को पीड़ित पक्ष ने बताया कि एम आई मोबाइल का पार्सल उसके नाम आया है ।लिहाजा पार्सल छुड़ाने के लिए साढ़े चार हजार रुपए लेकर आया था। चिट्ठी बाटते पोस्टमास्टर गाँव आया उससे अभी पार्सल छुड़ाया । उत्सुकतावश वहीं पार्सल का कॉर्टून को खोला। कॉर्टून खोलते ही Mi 4G मोबाइल की जगह चूरन की छोटी छोटी 03 डिबिया निकली। यह देखकर उनका उत्साह ठंडा पड़ गया।


डाकघर के कर्मचारियों को जानकारी

डाकघर के कुछ कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 15 हजार रुपए का मोबाइल साढ़े चार हजार रुपए में मिलने आने वाले अधिकांश पार्सल में मोबाइल की जगह कुछ और ही निकल रहा है। इसकी जानकारी हमें है। लेकिन हमारी मजबूरी है। हम कुछ नहीं कह सकते । लोग ठगा रहे हैं। पार्सल छुड़ा भी रहे हैं।

नेट बैंकिंग के जरिए भेज रहे राशि

डाक विभाग द्वारा पार्सल छुड़ाने के एवज में जो राशि मिल रही है उसे नेट बैंकिंग के जरिए संबंधित एकाउंट में जमा कराया जा रहा है। जानकारी के अनुसार फर्जीवाड़ा करने वालों ने एकाउंट नंबर जारी किया है। इसी नंबर पर राशि जमा कराई जा रही है। उक्त एकाउंट नंबर दिल्ली के किसी बैंक का है।

केस-1 बंसुला डीपा निवासी पुष्प्सागर तांडी ने बताया कि बीते दिनों उसके मोबाइल पर मैसेज आया था। सैमसंग मोबाइल का हैंडसेट डाकघर के जरिए पार्सल से भेजा गया है। पार्सल छुड़ा लें। पार्सल छुड़ाने पर डिब्बे में बाबाजी का खड़क वाली एक तश्वीर और दो टिन का अढ़ा टेढ़ा लिखा यंत्र मिला।

केस-2 जगदीशपुर निवासी रोलियार नंदा ने बताया कि गत माह को मेरे एक मित्र को मैसेज मिलने के बाद डाकघर जाकर साढ़े तीन हजार रुपए में पार्सल छुड़ाया और वहीं कर्मचारियों के सामने खोलकर देखा तो उसमें एक छोटी की प्रतिमा निकली। इसकी शिकायत मैंने डाक विभाग के अफसरों से भी की है।


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डाक विभाग का काम लोगों को अच्छी सेवा देनी है। पार्सल किसी अन्य जगह से आ रहा है। पार्सल में क्या है इस बात की जानकारी हमें कैसे होगी। यह तो लोगों को सोचना चाहिए कि किसी के झांसे में न आए। इसके बाद भी विभागीय स्तर पर क्या किया जा सकता है इस संबंध में जरूरी प्रयास किया जाएगा।
-संभागीय अधीक्षक डाक विभाग
रायपुर


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