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ट्रेक्टर के पलटने से हुई ड्राइवर की मौत ! बिना पुलिसिया कार्यवाही और पोस्टमार्टम के दाह संस्कार, साक्ष्य छिपाने का मामला

तीन दिन पूर्व अनियंत्रित ट्रेक्टर पलटने और उसके नीचे ड्राइवर के दबने से मौत के बाद मृत शव को बिना पुलिसिया कार्यवाही और पोस्टमार्टम के दाह संस्कार कर साक्ष्य छिपाने का मामला सामने आया है। जबकि मृतक के परिजनों ने पुलिस को दूरभाष पर घटना की सूचना देने और रात को चौकी पहुँचकर दरवाजा खटखटाने के बाद कोई नहीं उठने की बात कहते हुये पुलिस के ध्यान नही देने के कारण दाह संस्कार करने की बात कही है। इधर कोतबा पुलिस ने मामले को सिरे से खारिज करते हुये बताया कि उन्हें सूचना नही मिली थी और ना हीं कोई चौकी आया था। बल्कि सुबह जानकारी होने पर घटना स्थल पर जाकर देखने से दाह संस्कार कर लिया गया था। उसका पंचनामा तैयार कर स्वयं चौकी प्रभारी प्राथी बनकर चालक के खिलाफ धारा 304 A आईपीसी के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना किया जाना बताया जा रहा है।

हैरत की बात तो यह है कि क्या पीड़ित पक्ष के बयानों पर भरोषा किया जाए या फिर पुलिस,पर कुछ भी हो लोग इस मामले को लेकर तरह तरह की बातें कर रहें हैं और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने लगें है कि पीड़ित पक्ष किसी के दबाव में आकर ऐसा करने को मजबूर हुये कि घर के एकलौते बेटे की मौत हो जाने के बाद भी किस बात की डर से चुप्पी साध लिये यह सवाल खड़े हो रहे है। हालांकि मामले को दबाने के लिये एक रसूखदार नेता के हस्तक्षेप करने की बात कही जा रही है।

मामला चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बनगाँव (के) का है।

जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल की रात को बनगाँव(के) के पूर्व सरपंच महेश पैंकरा का सोनालिका ट्रेक्टर को गांव के ही ड्राईवर अरविंद पैंकरा पिता राजेन्द्र पैंकरा उम्र 25 साल लगभग के द्वारा कोतबा लकड़ामुड़ा में लकड़ी खाली कर वापस गांव जा रहा था। इसी दरम्यान रात्रि लगभग 11 बजे कोसमभवना,खजरीढाब मोड़ के पास अनियंत्रित होकर पलट गई।बताया जा रहा है कि जिस खाई में ट्रेक्टर पलटी हुई वह 15 से 20 फिट गहरा खेत है।इस घटना में चालक अकेला था। ट्रेक्टर पलटने से उसके सारे चक्के ऊपर हो गये और इंजन में दबने से ड्राइवर अरविंद पैंकरा बुरी तरह से घायल हो गया। इस बात की जानकारी जब ट्रेक्टर मालिक सहित परिजनों को हुई तो वे घटना स्थल पर जाकर लोगो की मदद से ट्रेक्टर को उठाये और दबे हुये ड्राइवर को निकाला मृतक के पिता राजेन्द्र पैंकरा ने बताया कि उसी दौरान कोतबा पुलिस को दूरभाष पर सूचना दिया गया।और आनन फानन में लैलूंगा ले जाया गया और वहाँ के डॉक्टरों ने कहा कि यह रास्ते में मृत हो चुका है। इसके बाद परिजनों ने अपने घर लाया गया। बिडंबना है कि वाहन मालिक और पूर्व सरपंच महेश पैंकरा सहित वर्तमान सरपंच ने भी अपना दायित्व नहीं निभाया और बिना पोस्टमार्टम और पुलिस के जानकारी में शव का दाह संस्कार कर दिया गया।

मामले की जानकारी जब मीडिया को मिली तो उन्होंने पीड़ित परिवार के घर जाकर जानकारी ली।पीड़ित परिवार वालों से जब पूछा गया कि दुर्घटना में उनके एकलौते बेटे की जान चली जाने के बाद पुलिस को सूचना क्यों नही दिया गया तो उन्होंने साफ जवाब देते हुये बताया कि रात्रि घटना स्थल से ही दूरभाष पर सूचना दिया गया था उसके बाद चौकी भी जाकर दरवाजा खटखटाया गया लेकिन किसी भी कर्मी के नहीं उठने के कारण वे स्तब्ध रह गये।उसके बाद उनसे पूछा गया कि वाहन मालिक या वर्तमान सरपंच के द्वारा क्यों अपनी जवाबदारियां लेकर पुलिस को सूचना नहीं किये का जवाब देते हुये उन्होंने कहा कि किसी ने भी उन्हें नहीं रोका और ना ही अपने कर्तब्यों का पालन किया जिसके कारण उन्हें मजबूरवस दाह संस्कार करना पड़ा।

मामले को लेकर वर्तमान सरपंच मति अंजू टोप्पो से चर्चा किया गया तो उन्होंने जानकारी नहीं होने की बात कहते हुये कहा कि मुझे इसकी सूचना नही दी गई थी। और उन्होंने कहा कि मुझे अंदेशा ही नहीं था कि इनके द्वारा पुलिस को सूचना नहीं दिया गया होगा मैं इसी विश्वास में रह गई। इधर वाहन मालिक महेश पैंकरा से भी बात किया गया तो उन्होंने कहा कि घटना के बाद उनका मानसिक स्थिति विचलित हो गया था। उन्होंने पीड़ित परिवार पर ठीकरा फोड़ते हुये कहा कि मैंने तो मुकदमा दर्ज करने की सलाह दी थी।

मामले को लेकर चौकी प्रभारी सीपी त्रिपाठी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के सूचना और चौकी आने की जानकारी नहीं है। सुबह जानकारी मिलने पर वे अपने जवानों के साथ घटना स्थल गये थे।तब तक शव जल चुका था।उपस्थित ग्रामीणों के साथ पंचनामा तैयार किया।उन्होंने पुलिस को सूचना नहीं देने के मामले में कहा कि मृतक के परिजनों के द्वारा सूचना नही देने के कारण धारा 176 आईपीसी के तहत पृथक से न्यायालय में इस्तगासा पेश किया जा रहा है।

ट्रेक्टर वाहन के जप्ती के सवाल पर उन्होंने कहा कि ट्रेक्टर वाहन मालिक के बाड़ी में खड़ी है।टोचन कर चौकी में लाने की व्यवस्था बनाई जा रही है। ग्राउंड जीरो की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि आधी रात को ट्रैक्टर से अवैधानिक रूप से ईंट भट्ठे के लिए लकड़ी का परिवहन किया जा रहा था। इस अवैध कार्य को अंजाम देने के लिए ही आनन फानन में किये गए परिवहन में दुर्घटना हुई होगी।




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