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महासमुंद : कलेक्टर ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा

कलेक्टर श्री हिमशिखर गुप्ता की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग के जिला एवं विकासखंड स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गई। बैठक में गर्भवती माताओं का एएनसी पंजीयन एवं संस्थागत प्रसव करने पर बल दिया गया। जिले में 98 प्रतिशत संस्थागत प्रसव होता है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.बी. मंगरूलकर, सिविल सर्जन डॉ. आर.के. परदल सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
   

कलेक्टर ने जननी सुरक्षा योजना के तहत पात्र हितग्राहियों के खाता नंबर को आधार से लिंक कराने को कहा। जिससे कि उन्हें संस्थागत प्रसव होने के उपरांत उनके खाते में राशि का भुगतान करने में आसानी हो सके। उन्होंने शिशु स्वास्थ्य टीकाकरण कार्यक्रम की जानकारी ली। चिकित्सकों ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्रों में बच्चों का नियमित रूप से जांच कर टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम चिरायु योजना के क्रियान्वयन के बारे में बताया कि अप्रैल से दिसंबर से दिसंबर माह तक 3 हजार 612 स्कूलों और आंगबाड़ियों में से 3 हजार 57 स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों के 2 लाख 24 हजार 526 बच्चे किसी ना किसी बीमारी से प्रभावित थे जिनका 31 हजार 467 बच्चों का ईलाज किया गया तथा लगभग 300 से अधिक बच्चों को अन्य चिकित्सालयों में उपचार के लिए रिफर किया गया। रायपुर के श्री नारायणा हास्पिटल द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिथौरा में हृदय रोग के मरीजों के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया था, इनमें 27 बच्चे उपस्थित हुए। जिनमें से ईको कॉर्डियोग्राफी पश्चात 15 बच्चों का हृदय रोग से संबंधित समस्याएं पाई गई, जिन्हें राजधानी रायपुर में उपचार कराया जाएगा। इसी प्रकार परिवार कल्याण कार्यक्रम के बारे में बताया गया कि जिला चिकित्सालय सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में महिला नसबंदी, पुरूष नसबंदी, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी चलाए जा रहे हैं जिसमें लोग स्वप्रेरित होकर उपचार करा रहे है।  

कलेक्टर ने मितानिनों को दी जाने वाले प्रोत्साहन राशि के बारे में भी जानकारी ली और माह के 5 तारीख तक अनिवार्य रूप से मितानिनों का मानदेय भुगतान करने के निर्देश दिए। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मितानीनों को दी जाने बाली प्रोत्साहन राशि अक्टूबर से दिसंबर माह 2017 तक के राशि भुगतान के लिए नोट शीट प्रस्तुत की गई है। कलेक्टर ने नियमित रूप से दो माह में जीवन दीप समिति की बैठक आयोजित करने को कहा। जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रो में काया कल्प योजना के तहत अस्पतालों की साफ-सफाई, रंग, रोगन, मरम्मत, लाईट व्यवस्था सहित अन्य मूलभूत कार्य कराने को कहा। उन्होंने राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के तहत नागरिकों को मलेरिया से बचाव के लिए मेडिकेटेड मच्छरदानी वितरण की प्रगति की जानकारी और कहा कि कार्यक्रम आयोजित कर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शत-प्रतिशत मच्छरदानी का वितरण कराएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अब तक 77 हजार 318 को मच्छरदानी का वितरण किया जा चुका है। राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत पांचवे चरण में चिन्हांकित गांवों में जाकर लोगों की जांच करें। इसके अलावा 23 जनवरी को होने वाले विशेष ग्राम सभा के दिन प्रोजेक्टर के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। इसके उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए लेप्रोसी दूत बनाने को भी कहा। 




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