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सरायपाली : आबकारी विभाग पर जबरदस्ती घर में घुसकर रुपयों की लूटपाट करते हुए मारपीट करने का लगाया आरोप.

महासमुंद जिले के सरायपाली थाना के ग्राम बिछिया में आबकारी विभाग द्वारा देर रात की गई कार्यवाही के बाद के व्यक्ति के मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था. ना ही अब तक विभागीय जाँच पूरी हुई थी कि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके कि सरायपाली के सिंघोड़ा क्षेत्र में एक बार फिर आबकारी विभाग पर झूठी कार्यवाही कर लूटपाट एवं मारपीट करते हुए अवैध वसूली करने का आरोप लगा है. साथ ही पीड़ित परिवार ने  आबकारी विभाग पर  पुरे परिवार को झूठे केश में फसाने की धमकी देकर पैसा मांगने का आरोप लगाया है.

मामला सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम मानपाली का है, जहाँ प्रार्थीया महेंद्री एवं जयंती बाघ ने लिखित में शिकायत देकर फिर एक बार आबकारी विभाग का असली चेहरा उजागर किया है. बताया गया है कि, किस तरह विभाग अवैध शराब नहीं मिलने पर भी मारपीट कर झूठा आरोप लगाते हुए पैसे की लूटपाट करते हुए धमकी भी देते हैं.

प्रार्थीया ने अपने आवेदन में बताया है कि 24 अगस्त को दोपहर करीब 3 बजे आबकारी विभाग की टीम बिना किसी सुचना के उनके घर पर जा पहुंचे और अचानक जबरदस्ती घर में घुसकर खोजबीन शुरू कर दिया. उनकी टीम में 5 पुरुष और एक महिला शामिल थी. इस कार्यवाही के दौरान विभाग के कर्मचारी ने प्रार्थीया के आधार कार्ड, वोटर आईडी तथा घर में रखे 40 हजार निकालकर ले गए.

प्रार्थीया बताया है कि शराब अथवा संदिग्ध सामान नहीं मिलने पर आबकारी विभाग द्वारा अपने पास रखे शराब को घर के सामने रखकर फोटो खींच दिया और एक व्यक्ति को गाँव से बाहर ले जाकर उसके साथ मारपीट की. और उस शराब को अपना शराब है कहने को कहकर वापस उसके घर में छोड़कर चले गए.

इसके बाद आज 25 अगस्त को सुबह प्रार्थीया को फ़ोन कर 20 हजार रुपये की और मांग की गई, जिसे नहीं देने पर घर परिवार के सभी सदस्यों के ख़िलाफ कार्यवाही करने की धमकी दी. प्रार्थीया ने आवेदन में जिला आबकारी विभाग से सुरक्षा, संरक्षण एवं 40 हजार रुपये के राशि को लौटने की मांग की है.          

आपको बता दें कि इसके पहले भी महासमुंद जिले में  आबकारी विभाग की कार्यवाही के बाद  संदिग्ध मौत के मामले में ज़िला कलेक्टर के निर्देशन में आबकारी विभाग ने कार्यवाही करते हुए आबकारी उप निरीक्षक उत्तम बुद्ध सहित 4 कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए 3 को बर्खास्त तथा को 1 निलंबित किया था. लेकिन उसके बाद भी ऐसा मामला सुनने को मिल रहा है. जिसमे आबकारी विभाग पर मारपीट को लूटपाट के आरोप लग रहे हैं.

अब देखते हैं इस मामले में भी शासन-प्रशासन द्वारा आबकारी विभाग के इस कारनामे पर निष्पक्ष जाँच करते हुए प्रार्थिया को क्या न्याय दिलाते है. जिससे कि लोगों के मन में शासन-प्रशासन के प्रति विश्वास बना रहे.  




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