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गाज गिरने से 4 झुलसे, 1 की मौत, एम्बुलेंस की मदद नहीं मिलने पर चारपाई पर लिटाकर पंहुचाया अस्पताल

जशपुर जिला के पाठ क्षेत्र मेंआकाशिय बिजली वज्रपात के शिलशिला जारी आज शाम 5बजे लगभग पंडरापाठ क्षेत्र में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 4 लोग बुरी तरह झुलस गए वहीँ सन्ना क्षेत्र में एक महिला की मौत हो गई है।बगीचा जनपद के अंतर्गत पंड्रापाठ के सरकारी अस्पताल से महज 100 मीटर की दुरी पर यह हादसा हुआ।जिसमें शाम के पांच बजे के आसपास तीन घरों में आकाशीय बिजली का कहर देखने को मिला।घटना के एक घंटे बाद भी एम्बुलेंस की मदद नहीं मिली जिसके बाद ग्रामीणों चारपाई पर लिटाकर मरीजों को अस्पताल पंहुचाया।

घटना शाम पांच बजे के आसपास की है जब पंड्रापाठ में तेज गरज के साथ बारिश हो रही थी।पंडरापाठ के सरकारी अस्पताल से लगे बिजली खम्भे के नीचे बने घरों में अचानक आकाशीय वज्रपात हुआ और देखते ही देखते 4 लोग गंभीर रूप से झुलस गए।मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत भी तत्काल मौके पर पंहुच गई और घायलों को बचाने की कवायद में जुट गईं।
यहाँ उन्होंने अपनी गाडी से गाडी से घायलों को अस्पताल पंहुचाने में मदद की।स्वास्थ्य कर्मियों की अनुपस्थिति के कारण घायल ईलाज के लिए तड़पते रहे वहीँ ग्रामीणों ने गोबर का लेप लगाकर झुलसे हुए घायलों को राहत देने का प्रयास किया। घायलों में लक्ष्मी (18) वर्ष,चम्पा (36 ) वर्ष,माता पेचकी बाई (70 ) वर्ष ,सुधन कोरवा (55 ) वर्ष हैं जिनको ईलाज के लिए पंडरापाठ से बगीचा अस्पताल लाए जाने की खबर है।फिलहाल 3 लोग बेहद गंभीर बताए जा रहे हैं।

यहाँ जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत ने स्वास्थ्य कर्मियों को जमकर फटकार लगाईं।उन्होंने सीधे शब्दों में कहा कि जब समय पर घायलों को एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिल सकती,घायलों को समय पर ईलाज नहीं मिल सकता तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
दूसरी घटना सन्ना थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत खेडार की है। जहाँ मृतिका सनियों बाई (45) पति जुगनू निवासी खेडार अपने खेत में रोपा लगा रही थी।इसी बीच तेज बारिश से बचने के लिए वह पैरावट नीचे कड़ी हो गई।इस दौरान अचानक आकाशीय बिजली गिरी और सनियो बाई की मौके पर ही मौत हो गई है ।

वहीं स्वास्थ विभाग की लापरवाही से उपचार में देरी होने पर ग्रामीण भी आक्रोशित नजर आये, ग्रामीणों का आरोप है कि चंद दूरी पर प्राथमिक स्वास्थ केंद्र होने के बावजूद उचित उपचार नहीं मिलना स्वास्थ विभाग के कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठाता है। गैर जिम्मेदार कार्य बरतने वाले अधिकारी व कर्मचरियों पर कार्यवाही का मांग ग्रामीणों ने किया है।




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