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महासमुंद : मनः प्रभावी नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने औषधि प्रतिष्ठानों की सघन जांच जारी

गुणवत्तापूर्ण औषधियां उपलब्ध कराने मई माह में कुल 73 फर्म का निरीक्षण किया गया

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर विनय कुमार लंगेह द्वारा दिए गए आदेशानुसार तथा उप संचालक डॉ. पी. कुदेशिया एवं सहायक औषधि  नियंत्रक तृप्ति जैन के मार्गदर्शन में संयुक्त दल द्वारा चार औषधि प्रतिष्ठानों की सघन जांच की गई। साथ ही जिले में स्वापक और मनः प्रभावी नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के साथ लोगों को गुणवत्तापूर्ण औषधियां उपलब्ध कराने  मई माह में कुल 73 फर्म का निरीक्षण किया गया। इस दौरान खरीदी बिक्री से संबंधित दस्तावेज, अभिलेख एवं रजिस्टर की जांच की गई। निरीक्षण के दौरान औषधि निरीक्षक अखिलेश पांडेय एवं अवधेश भारद्वाज मौजूद थे।


जांच में पांच औषधि प्रतिष्ठानों में अनियमितता पाए जाने पर औषधि एवं प्रसारण सामग्री अधिनियम 1940 व नियमावली 1945 के तहत कार्यवाही प्रचलन में है। साथ ही चिकित्सक की पर्ची के बगैर मनः प्रभावी दवाएं बेचने निर्देश भी दुकान संचालकों को दिए गए। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार दवा दुकानों में सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए भी निर्देशित किया गया। अधिकांश दुकानों में सीसीटीवी कैमरा लगा पाया गया एवं शेष दुकानों को सात दिवस में सीसीटीवी कैमरा लगाने हेतु निर्देशित किया गया। औषधि की गुणवत्ता की जांच हेतु कुल 6 औषधियों का नमूना औषधि रेबिटीज 20 विकासखंड पिथौरा, औषधि सिप्रोसीन 40 एवं औषधि कोल्डिन प्लस डीएस 60 एमएल विकासखंड महासमुंद, औषधि जुरासेफ टेबलेट आईपी 200 मिलीग्राम एवं औषधि निमुसेट टेबलेट विकासखण्ड सरायपाली एवं औषधि एस्थालीन 2 विकासखंड बागबाहरा की औषधि प्रतिष्ठानों से संकलित कर जांच हेतु राज्य और की परीक्षण प्रयोगशाला कालीबाड़ी रायपुर भेजा गया।


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