
मां-बेटे के बीच अवैध संबंध का शक, पिता के ले ली जान ...
मां-बेटे के बीच अवैध संबंध होने की आशंका जताने का खामियाजा 53 वर्षीय को जान देकर चुकाना पड़ा। पुलिस हिरासत में आने के बाद आरोपियों ने वह राज उगला जिसके जरिए उसे दर्दनाक मौत दी गई। यह वारदात मध्यप्रदेश के सतना जिले की है।
दरअसल 10 अगस्त को जिस अधेड़ को फांसी के फंदे से लटका हुआ पाया गया था उसकी सच्चाई यह है कि उसके सिर पर आरोपी मां-बेटे ने पहले कील ठोकी थी और बाद में फांसी के फंदे से लटकाकर जान ली थी। ऐसा इसलिए किया गया ताकि पुलिस को यह मामला हत्या का नहीं बल्कि आत्महत्या का लगे।
पुलिस पूछताछ में मृतक के बेटे अवध किशोर लोध और पत्नी सुशीला लोध ने बताया कि राम खेलावन लोध का 53 वर्ष से पत्नी सुशीला से पुराना विवाद है। जिसके चलते वह पुत्र अवध किशोर और पत्नी को गाली देता रहता था।
वह अक्सर यह बात सबके सामने कहा करता था कि मेरी पत्नी का लड़के से अवैध संबंध है। रात में खटिया के चरमराने की आवाज आती है। इस बात को लेकर अक्सर तीनों के बीच विवाद होता था। इसी वजह से राम खेलावन की पत्नी व लड़के ने मिलकर सिर में पहले कील ठोकी फिर गले में रस्सी से फांसी लगाकर हत्या कर दी।
डॉक्टर की पीएम रिपोर्ट सामने आया कि राम खएलावन की मौत का कारण उसके सिर में आई चोटें हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 133/22 धारा 302, 201, 34 ताहि. कायम कर जांच की गई। आरोपियों को बरौंधा पुलिस ने महतौपुरवा पाथर कछार से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।

छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारियों द्वारा नियमितीकरण को लेकर योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द को ज्ञापन सौपा गया. महासमुन्द दिनांक 12 मई 2025 छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ विगत 20 वर्षो से समस्याओं से जूझ रहे 16 हजार संविदा कर्मचारी दूरस्थ अंचलो में सिमित संसाधनों के बावजूद सतत रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे है. कोविड महामारी के समय भी जान से जोखिम में डाल कर सेवाएं दिये है. 12 अप्रेल 2025 को एन एच एम को स्थापित हुये 20 वर्ष पूर्ण हो चुके है.संविदा कर्मचारी जाब की असुरक्षा, अल्प वेतन, बीमा पेंशन, अनुकम्पा जैसी समाजिक आर्थिक सुरक्षा से वंचित है, देश के विभिन्न राज्यों में जैसे मणिपुर, तमिलनाडू, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, आदि में एन एच एम कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय लिए है. छत्तीसगढ़ में भी तत्काल नीति गत निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है. छत्तीसगढ़ में एन एच एम कर्मचारी संघ निम्न लिखित मांगो को लेकर आपसे निवेदन किया है. सविलियन एवं स्थाईकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण,कार्यमूल्यांकन सी आर ब्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन बृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा न्युक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, न्यूनतम 10 लाख तक कैशलेश चिकित्सा बीमा सुविधा. समय पर नियमित वेतन की भुगतान आदि मांगो को लेकर माननीय श्री योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द जी को उनके निवास पर भेट किया गया. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी, हेमंत सिन्हा, कौशलेद्र तिवारी, डॉ रवि दीक्षित, पूरन सिँह के मार्गदर्शन और महासमुंद एन एच एम जिला इकाई से जिला अध्यक्ष राम गोपाल खूंटे, देव कुमार ड़ड़सेना, आदि साथी मिलकर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौपा गया.
जिला महासमुंद