news-details

पिथौरा : मापदंड के बगैर स्कूल संचालित, मान्यता को लेकर भी संदेह

पिथौरा ब्लॉक के बिजेमाल में संचालित निजी किड्स स्कुल बगैर किसी मापदंड के संचालित, खिड़कियों में पर्दे कॉलम बिना बिल्डिंग जान जोखिम में डाल कर नवनिर्माणाधीन बिल्डिंग में 100 बच्चे अध्यनरत है।

स्कूल की मान्यता पर भी संदेह,

शाला संचालन हेतु तय मापदंडो का पालन भी नही किया गया बीईओ ने बताया उन्हें उक्त शाला की जानकारी नही जिसका मतलब यह है कि स्कूल अवैध संचालित किया जा रहा है.



आपको बता दे बिजेपुर में कृषि भूमि पर कक्षा पहली से आठवीं तक कक्षाएं इस निर्माणाधीन भवन में लग रही है, उक्त भवन में बगैर कालम बगैर दरवाजा के अधूरे भवन में संचालित हो रहा है, बुनियादी सुविधा शून्य है यहाँ बिजली और पानी की भी कोई व्यवस्था नही है, इनसे भी जरूरी उक्त संचालित भवन में शौचालय प्रसाधन की व्यवस्था भी नही है, छात्र-छात्राएं प्रसाधन खुले में करने को मजबूर है, भवन का निर्माण भी अधूरा तो है ही निर्माणाधीन भवन बगैर कॉलम का है छत पर शेड लगाया गया है जिसमे हुकिंग नही है जिससे कि निरंतर खतरा बना हुआ है.



शाला के संचालक हरिहर पटेल ने बताया उक्त साला की अनुमति सन 2019 बीच में लिया गया है वह संचालक लोहरिन डोंगरी में संचालित था किंतु किराए का भवन होने से उसे खाली कर दिया गया और यहाँ शिफ्ट किया गया.

उल्लेखनीय हो कि स्कूल बिना किसी सक्षम अधिकारी के सूचना व दिशा निर्देश के अन्यत्र गांव के निर्माणाधीन भवन में शिफ्ट कर दिया गया, जिसके बावजूद शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते प्रबंधक द्वारा ऐसे अधूरे भवन में खतरों के बीच बच्चों की पढ़ाई जारी है, शाला में लगे वाहनों की स्थिति बेहद कंडम है जिन्हें देखकर सहज ही गाड़ी के फिटनेस का अंदाजा लगाया जा सकता है

इस मामले की जानकारी पत्रकारों का कुछ प्रतिनिधियों के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जिला शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को दी गई जिसके बाद अनुभाग अधिकारी राजस्व राकेश कुमार गोलछा ने तत्काल ही मामले की गंभीरता से लेते हुए नायब तहसीलदार देवेंद्र नेताम को मौका निरीक्षण करने भेजा मौके पर नायब तहसीलदार ने 10 बिंदुओं पर जांच की किंतु एक भी बिंदु मापदंड पर खरा नहीं उतरा जिसके बाद नायब तहसीलदार देवेंद्र नेताम ने वहां राजस्व पटवारी व अन्य लोगों के बीच पंचनामा तैयार कर इसकी रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी को सौंपी है।

स्कूल संबंधित दस्तावेज उपलब्ध नही करा पाने की स्थिति में संचालक हरिहर पटेल ने मान्यता के सवाल पर बताया उक्त स्कूल लोहरिनडोंगरी के नाम पर स्वीकृत ली गयी है, लेकिन स्कूल निर्माणाधीन भवन जो वर्तमान में कि कृषि भूमि में दर्ज है संबंधित पटवारी अमित गजेंद्र ने बताया जो हल्का 41 खसरा क्रमांक 24 बिजेमाल में स्थिति है, अब सवाल यह उठता है कि एक जगह की मान्यता पर दो स्कूल संचालित हो रहा है या दोनों ही फर्जी है जिसकी जांच के बाद ही मालूम पड़ेगा।।


क्षेत्र में अनेको निजी स्कूल संचालित हो रहे है जिसकी अधिकारियों के द्वारा जांच नही की जाती, ऐसे स्कूल धड़ल्ले से ग्रामीण क्षेत्रो में चल रहे है, सभी की मापदंडों की जांच समय-समय पर की जानी चाहिये।।

"''मीडिया के माध्यम से मुझे जानकारी मिली जिसके बाद मैंने अधीनस्त अधिकारी देवेंद्र नेताम को मौके पर भेजा, जिसके बाद पता चला निर्माणाधीन स्कूल में बुनियादी सुविधा नही है, मान्यता पर विभाग से जानकारी ली जाएगी।
"'राकेश कुमार गोलछा"" अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा




अन्य सम्बंधित खबरें