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रावण के दस में से एक भी सिर नहीं जला तो ... नप गए नगर निगम के चार अधिकारी, एक क्लर्क भी निलंबित

छत्तीसगढ़ के धमतरी में बुधवार को विजयादशमी पर नगर निगम को उस वक्त शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जब रावण दहन के दौरान रावण के दस में से एक भी सिर नहीं जला। अब पुतला बनाने में लापरवाही पर नगर पालिक निगम के कर्मचारी राजेंद्र यादव को सस्पेंड कर दिया गया है। 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।

धमतरी के गौशाला मैदान में 5 अक्टूबर की रात करीब 8.15 बजे रावण दहन का कार्यक्रम शुरू हुआ। 30 फीट ऊंचे रावण के पुतले में आग लगाई गई। पुतला तो एक मिनट में ही जलकर स्वाहा हो गया, लेकिन सभी सिर बचे रह गए। ऐसा पहली बार ऐसा हुआ। कार्यक्रम के बाद 10 सिरों को नीचे उतारा गया और उन्हें एक जगह रखकर जलाया गया।

मौके पर मौजूद निगम अफसरों और जनप्रतिनिधियों की हंसी उड़ने लगी। निगम के प्रभारी आयुक्त और ईई राजेश पद्मवार ने कहा कि रावण बनाने वाले को एक भी रुपया नहीं दिया जाएगा।

इधर, रावण दहन के पहले दशहरा मैदान में भगवान श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे। आदर्श बाल समाज लीला मंडली के कलाकारों ने रामलीला का भी मंचन किया। करीब 45 मिनट तक भगवान श्रीराम और रावण वध का मंचन हुआ।

जिला मुख्यालय से 5 किमी दूर मुजगहन में अनोखा दशहरा महोत्सव मनाया गया। यहां 20 फीट के सीमेंट से बने रावण की प्रतिमा की पूजा-अर्चना हुई। साल 2005 में 20 फीट ऊंची प्रतिमा स्थायी रूप से स्थापित की गई थी। तब से विजयादशमी पर रावण दहन के बदले उनकी प्रतिमा की पूजा होती है।




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