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रायपुर में खालिस्तानी समर्थन में रैली को लेकर गरमाया सदन, विपक्ष ने सीएम से मांगा जवाब, कार्यवाही स्थगित

रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के 14 वें दिन गुरुवार को सदन में शून्यकाल के दौरान खालिस्तानी समर्थन में रैली को लेकर विपक्ष ने जमकर माहौल बनाया। इस मसले पर विपक्ष ने भूपेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए छत्तीसगढ़ को अपराधियों के लिए पनाहगाह बनाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से जवाब मांगा। सदन में माहौल को गर्माते देख विधानसभा उपाध्यक्ष ने कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी।

राजधानी रायपुर में खालिस्तानी समर्थन में निकली रैली को लेकर सदन में गुरुवार को शून्यकाल के दौरान विपक्ष के सदस्य अजय चंद्राकर ने मामला उठाया। उन्होंने रायपुर में खालिस्तानी समर्थकों के सक्रिय होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से स्थिति स्पष्ट किए जाने की मांग रखी।

 


इस मामले को लेकर विपक्ष विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि लंदन के बाद रायपुर में खालिस्तानियों का समर्थन नजर आ रहा है। उनकी रैली तेलीबांधा तक पहुंच जाती है, पुलिस को पता भी नहीं चलता। उन्होंने राजधानी में बढ़ती अराजकता को लेकर सवाल खड़े करते हुए मुख्यमंत्री से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा।

 

इस मामले को लेकर संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि देश विरोधी ​गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार को दिक्कत नहीं है। मंत्री चौबे ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों का सिर नहीं उठने दिया जाएगा। वहीं उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि सभी आरोप केवल राजनीति से प्रेरित है।

इधर विपक्ष ने इस मसले को लेकर स्थगन प्रस्ताव देते हुए चर्चा कराए जाने की मांग की। विपक्ष की ओर से वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि यहां जिस तरह से खालिस्तानी अपराधियों का समर्थन हो रहा है, इससे प्रदेश में भय का वातावरण निर्मित होने की आशंका है। रायपुर में पुलिस मामले का संज्ञान नहीं लेती है, रायपुर में जुलुस निकाला जा रहा है, नारेबाजी हो रही है, आखिर इन तमाम बातों का तात्पर्य क्या है। इस पर चर्चा होनी चाहिए।






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