
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ ने टॉप 24 ग्लोबल और इंडियन मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ किया एमओयू
माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, केपीएमजी, एनएसई, क्विक हील इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट में इंडस्ट्री – कोलैबोरेटिव प्रोग्राम करेंगे पेश
लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत
आज दुनिया एक ऐसे तकनीकी युग में प्रवेश कर चुकी है जहाँ एआई की तेज़ प्रगति ने अभूतपूर्व अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। ऐसे में यह ज़रूरी हो जाता है कि भारत का युवा वर्ग इस बदलाव के साथ सिर्फ कदम मिलाकर न चले, बल्कि एक कदम आगे रहे। एआई जैसी तेज़ी से बदलती तकनीकों के साथ तालमेल बिठाने के लिए युवाओं को आधुनिक कौशल और समग्र तकनीकी शिक्षा की ज़रूरत है। जिसको ध्यान में रखते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने न केवल एआई-सपोर्टेड मल्टीडिस्पिलनरी शिक्षा को अपनाकर एक दूरदर्शी कदम उठाया है, बल्कि उभरती हुई तकनीकों जैसे एआई और मशीन लर्निंग (एमएल), साइबर सुरक्षा, क्लाउड कंप्यूटिंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स और फिनटेक पर केंद्रित नेक्सट जनरेशन प्रोग्राम के लिए ग्लोबल और इंडियन इंडस्ट्री के दिग्गजों के साथ रणनीतिक साझेदारियाँ भी स्थापित की हैं। यह पहल आने वाले समय में लाखों नौकरियों का सृजन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध होगी।
इंडस्ट्री – कोलैबोरेटिव प्रोग्राम शुरू करने के लिए टॉप 24 ग्लोबल और इंडियन मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ किया एमओयू
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ ने अपने पहले शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही कंप्यूटर साइंस, कंप्यूटर एप्लीकेशन, मैनेजमेंट और कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में नेक्स्ट जनरेशन के इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव प्रोग्राम शुरू करने के लिए 24 बड़ी भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ एमओयू किया है। इस कदम से साफ होता है कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी छात्रों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के मौके देने और उन्हें इंडस्ट्री के मुताबिक तैयार करने को प्राथमिकता दे रही है। हाल ही में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ ने गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, आईबीएम, एसएएस, रैबिट एआई, क्विक हील, केपीएमजी, पीडब्ल्यूसी, एनएसई, ग्रांट थॉर्टन, एसीजी वर्ल्डवाइड, आरआर केबल, हेल्थकार्ट, सुबेक्स, एचजीएस, आरटसन, कॉग्निजेंट, फर्स्टक्राई, इंफ्रामार्केट, डीबी रियल्टी, जेबीएम ऑटो, जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर और पेज इंडस्ट्रीज़ कंपनियों के साथ ये समझौते किए।
2025-26 के लिए इंडस्ट्री-एलाइन्ड कोलैबोरेटिव प्रोग्राम
इन एमओयू के साथ चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ, 2025-26 में अपने पहले शैक्षणिक सत्र से इंडस्ट्री से जुड़े सहयोगात्मक कोर्स शुरू करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। इंडस्ट्री-एलाइन्ड भविष्य की शिक्षा को बढ़ावा देकर इंडस्ट्री-एकेडेमी के अंतर को दूर करते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ के टीचर्स और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स ने इंजीनियरिंग (बीटेक), बिजनेस एंड कॉमर्स (बीबीए/एमबीए) और कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए/एमसीए) सहित 3 स्ट्रीम्स में 15 इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव प्रोग्राम (आठ यूजी और 7 पीजी) के लिए एक अत्याधुनिक और इंडस्ट्री - एलाइन पाठ्यक्रम तैयार किया है। इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव प्रोग्राम के माध्यम से स्टूडेंट्स को शीर्ष वैश्विक और भारतीय कंपनियों के साथ इंटर्नशिप करने, तकनीकी विशेषज्ञता हासिल करने और वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान करने का अवसर मिलेगा।
इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव इंजीनियरिंग प्रोग्राम
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एसएएस और क्विक हील सहित इंडस्ट्री लीडर्स के साथ मिलकर इंजीनियरिंग प्रोग्राम पेश कर रहा है। इसके साथ ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ, तकनीक-दिग्गज गूगल की साझेदारी से क्लाउड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस में बीटेक की पेशकश करने वाली क्षेत्र की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। क्लाउड कंप्यूटिंग के उभरते क्षेत्र से 2028 तक वैश्विक स्तर पर 11.5 मिलियन नई नौकरियां पैदा होने का अनुमान है।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ बीटेक (सीएसई) एआई और एमएल की पेशकश करने वाली पहली यूनिवर्सिटी है। एआई से डेटा विज्ञान, मशीन लर्निंग और एआई अनुसंधान में 134 मिलियन जॉब्स के अवसर पैदा होने का अनुमान है।
इसके अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, लखनऊ शीर्ष साइबर सुरक्षा कंपनी क्विक हील के साथ मिलकर साइबर सुरक्षा में बीटेक की पेशकश करेगा। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ में रैबिट एआई का सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस स्टूडेंट्स, शिक्षकों और पेशेवरों के लिए एआई प्रशिक्षण, प्रमाणन और कार्यशालाएं प्रदान करेगा।
कंप्यूटर एप्लीकेशन में बीसीए व एमसीए में डेटा साइंस प्रोग्राम
कंप्यूटर एप्लीकेशन इंजीनियरिंग में इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव प्रोग्राम के अलावा, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ ने एआई और (मशीन लर्निंग) एमएल में 2 साल का एमसीए और 4 साल का बीसीए डेटा साइंस प्रोग्राम पेश करने के लिए टेक्नोलॉजी मल्टी-नेशनल एसएएस के साथ समझौता किया है।
मैनेजमेंट और कॉमर्स के प्रोग्राम में यह होगा फायदा
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ, दुनिया की जानी-मानी टेक्नोलॉजी, कंसल्टिंग और फाइनेंस कंपनियों जैसे आईबीएम, केपीएमजी, पीडब्लूसी, एनएसई और ग्रांट थॉर्टन के सहयोग से मैनेजमेंट और कॉमर्स में प्रोग्राम्स प्रदान कर रही है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ तकनीकी दिग्गज आईबीएम के सहयोग से एमबीए बिजनेस एनालिटिक्स की पेशकश कर रही है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ केपीएमजी के साथ एमबीए बिजनेस एनालिटिक्स और बीबीए फिनटेक की पेशकश कर रही है, वहीं सीयू लखनऊ पीडब्लूसी के सहयोग से एमबीए-एप्लाइड फाइनेंस प्रोग्राम की पेशकश करने वाली उत्तर प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ एसएएस के सहयोग से एमबीए-डेटा साइंस और एआई की पेशकश कर रही है, जो डेटा और एआई बिजनेस सॉल्यूशंस में वैश्विक अग्रणी है, यूनिवर्सिटी एनएसई अकादमी के सहयोग से एमबीए फिनटेक की पेशकश कर रहा है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लखनऊ भारत की शीर्ष अकाउंटिंग फर्म ग्रांट थॉर्नटन के सहयोग से एसीसीए (एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स) के साथ बीबीए फिनटेक और बी कॉम की पेशकश करने वाली यूपी की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। मैनेजमेंट और कॉमर्स में ये सहयोगात्मक कार्यक्रम सिद्धांत और व्यवहार के बीच के अंतर को ख़त्म करते हैं, तथा स्टूडेंट्स को भारत और दुनिया भर में व्यवसायों, संगठनों और संस्थानों का प्रभावी ढंग से नेतृत्व करने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने के लिए मूल्यवान अवसर प्रदान करते हैं।
सीयू लखनऊ में इंडस्ट्री कोलैबोरेटिव प्रोग्राम्स में शिक्षा ग्रहण करने वाले स्टूडेंट्स को यह होगा फायदा
कैम्पस प्लेसमेंट की गारंटी।
इंडस्ट्री इंटर्न शिप की गारंटी।
अत्याधुनिक तकनीकों में व्यावहारिक प्रशिक्षण।
लाइव उद्योग परियोजनाओं के लिए एक्सपोजर।
उच्च तकनीक अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं, सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में अनुभवात्मक शिक्षा।
वैश्विक प्रमाणन।
वास्तविक दुनिया के अनुभव के लिए केस स्टडीज के लिए एक्सपोजर
उद्योग-निगरानी मेंटरशिप कार्यक्रम।
इंडस्ट्री के साथ समझौते से अनुसंधान परियोजनाएं।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के बारे में
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश—लखनऊ में स्थायित्व की संस्कृति को बढ़ावा देने और भविष्य के वैश्विक नेताओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आधुनिक, अनुभवात्मक और व्यक्तिगत शिक्षण वातावरण प्रदान करती है। यह कैंपस 21वीं सदी के शिक्षार्थियों को AI-संचालित शैक्षणिक मॉडल और बहुआयामी, भविष्यवादी दृष्टिकोण से जोड़ता है।
उत्तर प्रदेश कैंपस, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, पंजाब की एक दशक से अधिक की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ा रहा है, जिसने भारत की नंबर 1 निजी यूनिवर्सिटी और एक अभूतपूर्व शिक्षाशास्त्र और शोध-संचालित नवाचार के पथप्रदर्शक के रूप अपनी पहचान बनाई है। AI-संवर्धित नया कैंपस डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि, वर्चुअल रियलिटी अनुभव, रियल-वर्ल्ड सिमुलेशन, कॉर्पोरेट मेंटरशिप, अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण, अंतःविषय रिसर्च, उद्यमशीलता की भावना और पेशेवर दक्षताओं को शामिल करते हुए उद्योग-संरेखित और भविष्य-केंद्रित शैक्षणिक कार्यक्रमों की एक व्यापक श्रृंखला प्रदान करता है।
Website address: www.culko.in.

छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारियों द्वारा नियमितीकरण को लेकर योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द को ज्ञापन सौपा गया. महासमुन्द दिनांक 12 मई 2025 छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ विगत 20 वर्षो से समस्याओं से जूझ रहे 16 हजार संविदा कर्मचारी दूरस्थ अंचलो में सिमित संसाधनों के बावजूद सतत रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे है. कोविड महामारी के समय भी जान से जोखिम में डाल कर सेवाएं दिये है. 12 अप्रेल 2025 को एन एच एम को स्थापित हुये 20 वर्ष पूर्ण हो चुके है.संविदा कर्मचारी जाब की असुरक्षा, अल्प वेतन, बीमा पेंशन, अनुकम्पा जैसी समाजिक आर्थिक सुरक्षा से वंचित है, देश के विभिन्न राज्यों में जैसे मणिपुर, तमिलनाडू, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, आदि में एन एच एम कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय लिए है. छत्तीसगढ़ में भी तत्काल नीति गत निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है. छत्तीसगढ़ में एन एच एम कर्मचारी संघ निम्न लिखित मांगो को लेकर आपसे निवेदन किया है. सविलियन एवं स्थाईकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण,कार्यमूल्यांकन सी आर ब्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन बृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा न्युक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, न्यूनतम 10 लाख तक कैशलेश चिकित्सा बीमा सुविधा. समय पर नियमित वेतन की भुगतान आदि मांगो को लेकर माननीय श्री योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द जी को उनके निवास पर भेट किया गया. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी, हेमंत सिन्हा, कौशलेद्र तिवारी, डॉ रवि दीक्षित, पूरन सिँह के मार्गदर्शन और महासमुंद एन एच एम जिला इकाई से जिला अध्यक्ष राम गोपाल खूंटे, देव कुमार ड़ड़सेना, आदि साथी मिलकर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौपा गया.
जिला महासमुंद