
अवैध संबंध ने मां को बनाया हत्यारन, दो बच्चों की बेरहमी से हत्या कर नहर में फेंका शव
उत्तरप्रदेश। मेरठ में अवैध संबंधों में मां ने अपने दो मासूम बच्चों की जान ले ली। महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले बच्चों के हाथ-पैर बांधकर बेड के बॉक्स में बंद कर दिया। हालत बिगड़ने पर उन्हें बाहर निकाला और नशे का इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद गला दबाकर मार डाला। फिर प्रेमी शव को कार की डिग्गी में रखकर 25 किलोमीटर गंगनहर में फेंक दिया। फिर बच्चों के लापता होने की झूठी कहानी रची।
आरोपी महिला निशा खैरनगर गूलर गली की रहने वाली है। उसका पति शाहिद बेग लालकुर्ती पैठ में जूता दुकान में काम करता है। निशा बुधवार शाम घर पर अकेली थी। उसने ट्यूशन टीचर सलमान को भी घर आने से मना कर दिया था। बेटा मेराब (10) सेंट जोंस स्कूल में थर्ड क्लास और बेटी कोनेन (6) क्लास सेकेंड में पढ़ती थी। निशा ने बुधवार शाम को पति को फोन पर बताया कि दोनों बच्चे अचानक घर से लापता हो गए हैं। सूचना पर शाहिद तत्काल मौके पर पहुंचे। फिर आस-पास के बच्चों की काफी देर तक तलाश की। इसके बाद शाहिद पत्नी निशा के साथ देहली थाना पहुंचे। यहां बच्चों की मिसिंग कंप्लेन दर्ज कराई। शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस की 10 टीमें बच्चों की तलाश लग गई।
पुलिस ने इलाके के CCTV भी खंगाले और पति-पत्नी से पूछताछ की। पूछताछ में किसी रिश्तेदार से संपत्ति विवाद की बात सामने आ रही थी। पुलिस ने माता-पिता सहित रिश्तेदारों के मोबाइल डिटेल और कॉल डिटेल चेक की। इस दौरान मां निशा के फोन में इलाके के पूर्व पार्षद सऊद का नंबर मिला। जिससे निशा घटना वाले दिन में कई बार बात की थी। अफेयर के शक में पुलिस ने मां को थाने बुलवाया और पूछताछ शुरू की। पुलिस ने कहा कि CCTV से सारी कहानी खुल जाएगी। इसलिए सच बताओ। तब मां निशा ने डर के कारण खुद ही सच उगल दिया। इसके बाद पुलिस ने सऊद फैजी को भी उठाकर थाने ले आकर पूछताछ की।
निशा ने पुलिस को बताया कि चार साल पहले हम दोनों की मुलाकात हुई। पूर्व सऊद ने अपनी पत्नी को छोड़ दिया था। मां, बाप का इकलौता बेटा है। उसके पिता कोर्ट में पेशकार थे। उसके पास काफी दौलत थी। मुझे दौलत चाहिए थी और सऊद को प्यार। इसके बाद हम दोनों एक दूसरे के धीरे-धीरे नजदीक आ गए। पति जूता फैक्ट्री और बच्चों के स्कूल जाने पर सऊद घर पर आता था। मोहल्ले के दो लड़के इसमें शामिल थे। दोनों सऊद से पैसे लेते थे। निशा ने बताया कि कुछ दिनों बाद हम लोगों ने शादी करने का मन बना लिया। लेकिन दोनों बच्चे हम दोनों की शादी में आड़े आ रहे थे। इसलिए हम लोगों ने बच्चों की हत्या कर दी और फिर नहर में फेंक दिया। फिलहाल पुलिस दोनों बच्चों की शव की नहर में तलाश करा रही है। जल्द ही शव को बरामद कर लिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारियों द्वारा नियमितीकरण को लेकर योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द को ज्ञापन सौपा गया. महासमुन्द दिनांक 12 मई 2025 छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ विगत 20 वर्षो से समस्याओं से जूझ रहे 16 हजार संविदा कर्मचारी दूरस्थ अंचलो में सिमित संसाधनों के बावजूद सतत रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे है. कोविड महामारी के समय भी जान से जोखिम में डाल कर सेवाएं दिये है. 12 अप्रेल 2025 को एन एच एम को स्थापित हुये 20 वर्ष पूर्ण हो चुके है.संविदा कर्मचारी जाब की असुरक्षा, अल्प वेतन, बीमा पेंशन, अनुकम्पा जैसी समाजिक आर्थिक सुरक्षा से वंचित है, देश के विभिन्न राज्यों में जैसे मणिपुर, तमिलनाडू, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, आदि में एन एच एम कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय लिए है. छत्तीसगढ़ में भी तत्काल नीति गत निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है. छत्तीसगढ़ में एन एच एम कर्मचारी संघ निम्न लिखित मांगो को लेकर आपसे निवेदन किया है. सविलियन एवं स्थाईकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण,कार्यमूल्यांकन सी आर ब्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन बृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा न्युक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, न्यूनतम 10 लाख तक कैशलेश चिकित्सा बीमा सुविधा. समय पर नियमित वेतन की भुगतान आदि मांगो को लेकर माननीय श्री योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द जी को उनके निवास पर भेट किया गया. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी, हेमंत सिन्हा, कौशलेद्र तिवारी, डॉ रवि दीक्षित, पूरन सिँह के मार्गदर्शन और महासमुंद एन एच एम जिला इकाई से जिला अध्यक्ष राम गोपाल खूंटे, देव कुमार ड़ड़सेना, आदि साथी मिलकर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौपा गया.
जिला महासमुंद