बसना : स्व सहायता समूह की महिलाओं को मशरूम एवं स्पान उत्पादन का दिया गया प्रशिक्षण
बसना विकासखंड के ग्राम बानीपाली में एचडीएफसी परिवर्तन और जीटी भारत की महत्वकांक्षी सामाजिक और परिवर्तनकारी महिला ग्रामीण आर्थिक सशक्तिकरण परियोजना के तहत मुस्कान अग्रणी महिला किसान उत्पादक संगठन द्वारा मशरूम उत्पादन के साथ साथ क्रापवे कंपनी के साथ पार्टनरशिप करके एक दिवसीय मशरूम एवं स्पान उत्पादन पर प्रशिक्षण और मार्केटिंग कार्यक्रम का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में विशेष अतिथि क्रापवे के मशरुम एक्सपर्ट व छत्तीसगढ़ मशरुम तेंदुआ नया रायपुर के संचालक नम्रता यदु, स्मृति नायक और जीटी भारत के क्लास्टर सलाहकार अंकित कुमार ने
मुस्कान अग्रणी महिला किसान उत्पादक संगठन सदस्य, स्व सहायता समूह महिलाओं सहित ग्रामीणजनों को मशरूम बीज (स्पान) बनाने की तकनीक के विभिन्न चरणों का जीवंत प्रदर्शन, छत्तीसगढ़ राज्य में व्यावसायिक रूप से उगाये जाने वाले मशरूमों जैसे-आयस्टर, पैरा तथा दूधिया मशरूमों की उत्पादन तकनीक का प्रदर्शनी किया गया तथा मशरूम के प्रसंस्कृत उत्पादों का भी प्रदर्शन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने स्वयं से करके देखो पद्धति के माध्यम से मशरूम बीज, मशरूम उत्पादन, मशरूम प्रसंस्करण को पूरी तन्मयता से सीखा। प्रशिक्षण में नम्रता यदु ने संबोधित करते हुए कहा कि इस उत्कृष्ट कार्य के लिए अपने आपको आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बनाने की दिशा में उठाए गए इस कदम की प्रशंसा करते हुए सभी को शुभकामनाएं दी और कहा कि मशरूम उत्पादन से किसान साथियों को सही दर पर वैकल्पिक आमदनी का नया स्रोत मिल जायेगा, अउर उत्पादन को बाजार में बेचने के लिए ईधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोग उठाए और अपने आमदनी स्रोत को वेकल्पिक बना करके जमीनी स्तर पर सशक्त बने। जीटी भारत ओर क्रापवे जैसे कम्पनियों के सहयोग से अपने आजीविका में बढ़ोतरी करते हुए अपने जीवन स्तर में सुधार करे यही हमारे संगठन का मुख्य उद्देश्य है।
केबीसी के हॉट सीट पहुंची नम्रता यदु को अपने बीच पाकर महिलाएं गदगद
मुस्कान अग्रणी महिला किसान उत्पादक संगठन के सदस्यों, स्व सहायता समूह की महिलाएं सहित उपस्थित लोगों ने नवंबर 2013 में कौन बनेगा करोड़पति सीजन-7 में सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठी और केबीसी में 25 लाख रकम जीतने वाली व छ्ग मशरूम तेंदुआ नया रायपुर के संचालक नम्रता यदु को अपने बीच पाकर खुशी से गदगद हो गयी। इस दौरान नम्रता यदु ने सभी को केबीसी और अपने जीवन के संघर्षों को बताते हुए कहा की 1995 में मशरूम फार्मिंग की शुरूवात की शुरुवाती दिनों में होने वाली परेशानीयों का कैसे सामना कर मशरुम उत्पादन की जरूरी जानकारी एकत्रित की और आज वह सफलता पूर्वक मशरूम उत्पादन ले रही हैं। जिनके उत्पाद छत्तीसगढ, यूपी, महाराष्ट्र, ओडिसा आदि राज्यों में ले जाया जाता है। और इनके मशरुम के बीज ऑडर पर पूरे देश में ले जाया जाता हैं। आज नम्रता यदु प्रदेश ही नही बल्कि देश की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन कर उभरी हैं। और महिला सशक्तिकरण के अंतर्गत हजारों महिलाओं को रोजगार प्रदान उन्हें मशरूम फार्मिंग के लिए प्रोत्साहित करती हैं। सभी को छत्तीसगढ़ मशरुम तेंदुआ नया रायपुर आने का न्योता दिया। इस दौरान बानीपाली सहित आसपास के ग्रामीण अंचल से महिला कृषकों और किसानों की उपस्थिति रही।
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