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बसना : 6 एकड़ खड़ी धान की फसल जलकर हुई राख, किसानों को लाखों का नुकसान

बसना थाना अंतर्गत ग्राम गुढ़ियारी और बरिहापाली 6 किसानों के खड़ी धान के खेत में अज्ञात कारणों से आग लग जाने से लगभग 6.03 एकड़ में खड़ी धान की फसल राख हो गयी। मौके पहुंचे डायल-112, दमकल कर्मियों और ग्रामीणों के सहयोग आग पर काबू पाया गया। किसानों को लाखो रुपये का नुकसान हुआ। इन दिनों बसना विकासखंड के सभी गांवो में हार्वेस्टर से धान कटाई का काम जोरो से चल रहा। इसी बीच रबी फसल लगाने हेतु खेतों की तैयारी में लगे हुए है जो शासन-प्रशासन की मनाही के बावजूद खेतों में पड़े पराली को जलाने का काम किसानों के द्वारा किया जा रहा है।

इसी बीच बसना के ग्राम गुढियारी और बरिहापाली के मंडलखार में दोपहर लगभग 1 बजे एक व्यक्ति द्वारा फोन पर सूचना दिया कि मंडलखार के खड़ी फसल धान के खेतों में आग लग लग गयी है जाकर देखा तो किसान खगेश्वर प्रसाद नायक पिता संतुराम नायक के ग्राम गुढ़ियारी के खसरा नंबर 737/1 रकबा 1.27 एकड़, यादवलाल नायक पिता गोपाल प्रसाद नायक ग्राम गुढ़ियारी के खसरा नंबर 737/2 रकबा 1 एकड़, सफेद पटेल पिता निरंजन ग्राम गुढ़ियारी के खसरा नंबर 740 रकबा 1.47 एकड़ और हरिराम नायक पिता विपतराम ग्राम गुढ़ियारी के खसरा नंबर 742 रकबा 0.87 डिसीमील इसके अलावा रामबाबू पिता शंकर ग्राम बरिहापाली के खसरा नंबर 19 रकबा 1 एकड़ और विजयसिंह पिता जैयसिंह ग्राम बरिहापाली के खसरा नंबर 23 रकबा 40 डिसीमील के खेत में आग लगने से खेत में खड़ी धान की फसल जल रही थी। 

भीषण आग को देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई लोगों ने आग लगने की सूचना पुलिस डायल-112 और दमकल सरायपाली को दी मौके पर पहुंचे डायल-112, दमकल कर्मियों और ग्रामीणों की मदद ने आग पर काबू पाया। तकरीबन डेढ़ घंटे तक बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। तब तक इन किसानों के कुल 6.03 एकड़ खेत की सरना धान की खड़ी फसल जलकर राख हो गई है। फिलहाल आग लगने का कारण अभी तक ज्ञात नहीं हुआ है। इस घटना की जानकारी कृषको ने राजस्व विभाग को दी है मौके पर राजस्व निरीक्षक आरके साहू पटवारी रामकुमार दिवान ने पंचनामा तैयार करने के बाद सूचना बसना थाने में दे दी है। इन कृषको द्वारा इस वर्ष सरना धान लगाया हुआ था। धान पक कर तैयार हो चुका था। पहले बेमौसम बारिश के बाद अब वह आग लगने से फसल नष्ट हो चुकी थी। आगजनी से इन कृषको को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। जो अब शासन से क्षतिपूर्ति राशि की मांग कर रहे है।

रबी की फसल हेतु किसान खेतो में मनाही के बावजूद पराली जलाने में लगे हुए

आग लगने की घटना किस कारण हुई है या अन्य खेत के किसानों द्वारा रबी फसल की तैयारी में पराली जलाने के दरम्यान खेत की खड़ी फसल में आग लगी है। यह जांच का विषय है। फिलहाल कृषको द्वारा उक्त घटना पर बसना थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गयी है। इस समय बसना विकास खण्ड के सभी गांव में रबी फसल लगाने की तैयारी की जा रही है खरीफ धान फसल की हार्वेस्टर से कटाई के बाद जोताई करने खेत पड़े पराली को किसान अंधाधुंध जलाने में लगे हुए है। जबकि शासन प्रशासन द्वारा खेतों में पराली जलाने के लिए मनाही भी किया गया है। इसके बावजूद भी क्षेत्र के किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। सरकार का कहना है कि खेतों में पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है, पराली के साथ मिट्टी जलने से खेतों की उर्वरा शक्ति भी नष्ट होती।




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