
इमेल में क्यों किया जाता है @ का प्रयोग और क्या होता है यूजर नेम ?
कई सालों पहले एक खत लिखने के लिए एक पेन और कागज़ उठाना पड़ता था. और उसे उन तक पहुंचने के लिए कई दिन या सप्ताह भी लगते थे. लेकिन अब जैसे ही आप किसी को ईमेल भेजते हैं, तो उसे तुरंत अगले ही क्षण वह मिल जाता हैं. और इसे वे पढ़ तुरंत उसका रिप्लाइ आपको दे सकते हैं.
आज के दौर में एंड्राइड का कोई नया मोबाइल हो, या कोई ऑनलाइन फार्म, सबके लिए ईमेल लगभग अब जरुरी सा हो गया है. आकड़ों की माने तो 2018 तक 380 करोड़ से भी अधिक ईमेल अकाउंट बन चुके है को कि 2019 में और भी 100 करोड़ बढ़ सकता है.
1971 में भेजा गया पहला ई-मेल.
रे टोमलिसन द्वारा 8 जून 1971 में भेजा गया पहला ईमेल आज के डिजिटल दौर में लोगों के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्व हो गया है. रे टोमलिसन ने ना केवल ईमेल बल्कि इसके पहले इन्टरनेट को भी विकसित करने में अपना योगदान दिया है.
इनके द्वारा जो पहला ईमेल जो भेजा गया था उसमे केवल कोई अच्छी जानकारी नहीं थी वह केवल टेस्टिंग के लिए भेजा गया था और उसमे जो मेसेज भेजा गया था उसमे कंप्यूटर कीबोर्ड की सबसे ऊपरी लाइन “QWERTYUIOP“ को टाइप कर भेजा गया था.
क्या होता है ईमेल
जैसे की आज भी पत्र भेजने के लिए डाकघर का इस्तेमाल किया जाता है. जिसमे एक पत्र प्राप्त करने वाला होता है और एक भेजने वाला, और एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति तक पहुँचाने का यह कार्य डाक विभाग के माध्यम से होता है. ईमेल भी बिल्कुल इसी की तरह काम करता है इसमें एक ईमेल भेजने वाला होता है और एक प्राप्त करने वाला और ईमेल को एक दुसरे तक पहुँचाने का यह कार्य इंटरनेट के माध्यम से होता है.
ईमेल दो शब्दों से जुड़ कर बना है ई यानि के इलेक्ट्रोनिक और मेल यानि की संदेश. साफ शब्दों में कहा जाए तो इलेक्ट्रॉनिक मेल या संदेश. पहले ईमेल का इस्तेमाल केवल संदेश प्राप्त करने या भेजने के लिए किया जाता था लेकिन अब ईमेल के माध्यम से हम संदेश भेजेने के अलावा उसमे कुछ विडियो, ऑडियो, फ़ोटो या फिर कोई भी ऐसी फाइल जो कंप्यूटर में चलती है या बनती है वो भेज सकते है.
अलग क्यों होता है यूजर नेम ? और क्या होता है पासवर्ड पैटर्न ?
कोई भी ईमेल सर्विस प्रोवाइड करने वाले कंपनी के माध्यम से ईमेल अकाउंट बनाया जाता है. ईमेल सर्विस प्रोवाइड करने वाली कंपनियों में जीमेल, याहू, रेडिफ, आउटलुक, हॉटमेल बड़ी कंपनी है. इसमें से किसी भी कंपनी की वेबसाइट में जाकर मेल अकाउंट बनाया जा सकता है.
ईमेल अकाउंट बंनाने के लिए यूजरनेम, पासवर्ड, नाम और मोबाइल नंबर लगभग सभी कंपनी की सर्विस में जरुरी है. इसके साथ ही आप अकाउंट बनाते समय अपना फोटो या देश का नाम भी चुन सकते है.
ईमेल अकाउंट बनाते समय लोगों को जो सबसे बड़ी परेशानी आती है वो यूजरनेम को लेकर आती है, अक्सर लोग यूजरनेम को समझ नहीं पाते है और उसमे अपना नाम लिखने की कोशिश करते है, जबकि यूजरनेम ईमेल आईडी की एक ऐसी पहचान है जो दुबारा नहीं बनाई जा सकती. जैसे की एक नंबर की दो गाड़ी कभी भी नहीं हो सकती उसी तरह यूजरनेम भी कभी दुबारा नहीं बनाया जा सकता है.
जिस तरह गाड़ी के यूनिक नंबर होने से उसके मालिक तक पहुँचा जा सकता है उसी तरह यूनिक यूजरनेम बना कर ही ईमेल आईडी बनाया जा सकता है ताकि उस यूजरनेम से सही व्यक्ति तक पहुँचा जा सके.
यूजरनेम के बाद पासवर्ड बनाने में आज कल काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, पहले पासवर्ड में बहोत से यूजर “1234” या अपना नाम या कोई आसान सा शब्द रख दिया करते थे, लेकिन अब सुरक्षा की दृष्टिकोण से पासवर्ड किसी पैटर्न में जैसे की लेटर्स के साथ नंबर या फिर लेटर्स में कोई कैपिटल के साथ कोई स्पेशल की वर्ड जैसे (@,#,& या *) जैसे पैटर्न का उपयोग करना पड़ सकता है.
वैसे पासवर्ड पैटर्न की जानकारी पासवर्ड बॉक्स के आस-पास दे दी जाती है की किस पैटर्न में पासवर्ड बनाना है. जिसकी मदद से आप ये समझ सकते है की कैसा पासवर्ड बनाना है.
क्या होता है @
इसे @ या AT बोला जाता है. इसे ईमेल में यूजर नेम और डोमेन नेम को अलग करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह ईमेल आईडी का उपयोगी हिस्सा होता है. @ के बाद वाला भाग डोमेन नेम होता है. यह उस सर्वर या कंप्यूटर का नाम होता है, जहाँ से इन्टरनेट के द्वारा हमारी सुचनाओं का आदान-प्रदान होता है. जैसे की userid@gmail.com या userid@yahoo.com यहाँ जीमेल और याहू डोमेन है जो कि मेल सर्विस प्रोवाइड करते है.