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रायपुर से संबलपुर रेलवे लाइन निर्माण से दो प्रदेशों के व्यापारिक, औधोगिक, शिक्षा एवं पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा - रूपकुमारी

महासमुंद लोकसभा के सांसद रूपकुमारी चौधरी ने पुनः एक बार रायपुर से संबलपुर नई रेलवे लाइन निर्माण कर लोगों को सुविधा प्रदान करने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को मिलकर मांग पत्र सौंपा। वर्ष 1962 से लगातार सरायपाली, बसना, पिथौरा से सोहेला ओड़िसा की लोगों की ओर से रायपुर से संबलपुर रेलवे लाइन की मांग लगातार की जा रही हैं। जिसे सभी राजनीतिक दलों का सहयोग और समर्थन रहने के बावजूद भी रेल मार्ग क्षेत्रवासियों के लिए अधूरा सपना ही बनकर रह गया है। पिछले कई सालों से सरायपाली, बसना के विधायक सहित महासमुंद के सांसदों द्वारा बार-बार केंद्रीय रेल मंत्री को आवेदन लिखकर स्वीकृति हेतु आवेदन दिया लेकिन अब तक सार्थक परिणाम सामने नही आया।

रायपुर-बरगढ़ रेल लाइन जोडने की बात बीते पांच दशकों से चल रही है। लेकिन पिछले वर्ष भारत सरकार के रेल मंत्रालय द्वारा सर्वे कराये जाने से लोगों मन मे उम्मीद जागी है जिसे महासमुंद संसदीय सीट के नवनिर्वाचित सांसद रूपकुमारी चौधरी ने प्राथमिकता देते हुए एक बार भी रायपुर से संबलपुर रेलवे लाईन की मांग का समर्थन करते हुये। जनहित, विकास को देखते इस रेल लाइन निर्माण से होने वाली सुविधाओं, भविष्य में होने वाले व्यापारिक, औधोगिक, शिक्षा, रोजगार व अन्य विषयों से होने वाले लाभों और छत्तीसगढ़ और उड़ीसा के लाखों लोगों के भावनाओं को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर अवगत कराते हुए स्मरण कराया कि पूर्व में रायपुर-बरगढ़ रेल लाईन संघर्ष समिति द्वारा आपसे प्रत्यक्ष भेट कर इस बहुप्रतीक्षित रेल लाईन रायपुर से बरगढ़ तक की स्वीकृति हेतु अनुरोध किया था। जिस पर भारत सरकार रेल मंत्रालय द्वारा तत्काल सर्वे हेतु निर्देशित कर कार्य प्रारंभ करवाया गया था। समिती के प्रति विश्वास कर जनहित हेतु कार्य प्रारंभ करवाया गया जो वर्तमान में प्रकीयाधीन है। 

पूर्व में देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा भी बसना विधानसभा में रेल लाईन की घोषणा की गयी थी। जिस पर अविलंब रायपुर से संबलपुर रेल मार्ग की स्वीकृति हेतु मांग पत्र सौंपा है। सांसद रूपकुमारी चौधरी ने बताया कि रायपुर से संबलपुर नई रेल लाइन बनने से महासमुंद जिला के पिथौरा, सांकरा, बसना, सरायपाली और सहित ओड़िसा सोहेला के आम नागरिकों, व्यापारियों, पर्यटकों एवं औधोगिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ पूर्वी छत्तीसगढ़ व पश्चिमी उड़ीसा का आपस में रोटी-बेटी, मिट्टी व सांस्कृतिक भाईचारा आपसी संबंध को बढ़ावा मिलेगा। रायपुर सरायपाली संबलपुर रेल लाईन बनाने से दिल्ली, मुंबई आदि मेट्रो सिटी की दूरी बरगढ़ संबलपुर से 200 से 400 किलोमीटर कम हो जायेगी। रायपुर से कलकत्ता ओड़िसा की ओर जाने वाली रेल लाईन के माध्यम से 150 किलोमीटर की दूरी कम हो जायेगी।

पर्यटन की दृष्टि से विश्व धरोहर सिरपुर, बारनवापारा अभ्यारण में भी जुड़ सकेंगे। विगत सत्र 2011-12 में छत्तीसगढ़ विधानसभा में इस रेल लाइन को जोड़ने हेतु ध्वनिमत से प्रस्ताव पास हो चुका हैं। इस रेल लाइन की मांग सन 1962 से चल रही है जिसमें कि सभी दल के विधायक व सांसदों का सदैव समर्थन रहा है। वर्ष 2012 में इस रेल लाइन के लिए केंद्रीय रेल बजट में सर्वे के लिए प्रावधान किया गया था। अनेक संगठनों के लगातार मांग उपरांत छत्तीसगढ़ रेलवे कार्पोरेशन लिमिटेड के पत्र दिनांक 10 सितंबर 2018 में इस रेल लाइन को तकनीकी रूप से संभव बताया हैं। इस रेल लाईन के बनने से रायपुर से बरगढ़ से छतीसगढ़ और ओड़िसा को सामाजिक राजनीतिक धार्मिक व्यापारिक दृष्टि से लाखों लोगों को फायदा होगा। आवाजाही हेतु आम लोगों 2 घंटे से कम समय लगेंगे। निश्चित ही देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव महासमुंद की जनता को तोहफा देंगे।




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