
CG : अस्पताल के डिलीवरी वार्ड में निकला सांप, स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित
रायगढ़। शहर के मातृ शिशु अस्पताल में इन दिनों डिलीवरी वार्ड में सांप निकलने की घटनाएं सामने आने से स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। बीते तीन दिनों से लगातार डिलीवरी वार्ड में सांप देखे जाने के कारण अस्पताल में डिलीवरी पूरी तरह से रोक दी गई है और आपरेशन के लिए गर्भवती महिलाओं को मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, एमसीएच के ऑपरेशन थिएटर और डिलीवरी वार्ड में पिछले कुछ दिनों से लगातार सांप दिखाई दे रहे हैं, जिससे स्टाफ में भारी भय और दहशत का माहौल बन गया है। जिससे डिलीवरी सेवाएं बाधित हो गई हैं। दवा छिड़काव के कारण डिलीवरी वार्ड समेत ओटी और स्टाफ रुम में दुर्गंध फैल गया है जिससे काम करने में काफी तकलीफ हो रही है।
इस बात को लेकर एमसीएच स्टाफ का एक दल सिविल सर्जन डॉ दिनेश पटेल से अपनी समस्या बताने पहुंचा था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार जगत ने स्वयं अस्पताल पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, ड्रेनेज व्यवस्था और अन्य सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि एमसीएच का ऑपरेशन थिएटर एक ड्रेनेज के ऊपर बना है, जिससे अक्सर बारिश या नमी के चलते सांप निकल आते हैं। सर्पों को पकड़ने के लिए सर्प मित्रों की मदद ली गई है और अब तक कई सांपों को सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा जा चुका है। साथ ही पूरे अस्पताल परिसर में फोरेट सांप भगाने वाली दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। डॉ. जगत मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है और वहां डिलीवरी सेवाएं सुचारू रूप से जारी हैं।

छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारियों द्वारा नियमितीकरण को लेकर योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द को ज्ञापन सौपा गया. महासमुन्द दिनांक 12 मई 2025 छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ विगत 20 वर्षो से समस्याओं से जूझ रहे 16 हजार संविदा कर्मचारी दूरस्थ अंचलो में सिमित संसाधनों के बावजूद सतत रूप से स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे है. कोविड महामारी के समय भी जान से जोखिम में डाल कर सेवाएं दिये है. 12 अप्रेल 2025 को एन एच एम को स्थापित हुये 20 वर्ष पूर्ण हो चुके है.संविदा कर्मचारी जाब की असुरक्षा, अल्प वेतन, बीमा पेंशन, अनुकम्पा जैसी समाजिक आर्थिक सुरक्षा से वंचित है, देश के विभिन्न राज्यों में जैसे मणिपुर, तमिलनाडू, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, आदि में एन एच एम कर्मचारियों के हित में सकारात्मक निर्णय लिए है. छत्तीसगढ़ में भी तत्काल नीति गत निर्णय लिए जाने की आवश्यकता है. छत्तीसगढ़ में एन एच एम कर्मचारी संघ निम्न लिखित मांगो को लेकर आपसे निवेदन किया है. सविलियन एवं स्थाईकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण,कार्यमूल्यांकन सी आर ब्यवस्था में पारदर्शिता, लंबित 27 प्रतिशत वेतन बृद्धि, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा न्युक्ति, मेडिकल एवं अन्य अवकाश की सुविधा, स्थानांतरण नीति, न्यूनतम 10 लाख तक कैशलेश चिकित्सा बीमा सुविधा. समय पर नियमित वेतन की भुगतान आदि मांगो को लेकर माननीय श्री योगेश्वर राजू सिन्हा विधायक महासमुन्द जी को उनके निवास पर भेट किया गया. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी, हेमंत सिन्हा, कौशलेद्र तिवारी, डॉ रवि दीक्षित, पूरन सिँह के मार्गदर्शन और महासमुंद एन एच एम जिला इकाई से जिला अध्यक्ष राम गोपाल खूंटे, देव कुमार ड़ड़सेना, आदि साथी मिलकर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौपा गया.
जिला महासमुंद