
नगरपालिका महासमुंद में तीसरे समाधान शिविर का हुआ आयोजन
इस अवसर पर विधायक सिन्हा ने शिविर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप शासन की योजनाओं का लाभ पात्र अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं जनसमूहों के बीच जाकर उनकी समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं और सभी वर्गों के हित को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास प्लस सर्वे कराया गया है ताकि कोई भी पात्र हितग्राही योजना से वंचित न रह जाए और सभी को पक्का मकान मिल सके। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि महतारी वंदन योजना का लाभ अब नवविवाहित बहुओं को भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब सरकार ने सड़क दुर्घटना के पीड़ितों को राहत देने हेतु 1 लाख 50 हजार रुपए तक उपचार के लिए पात्रता हेतु नियम लागू किया है।
विधायक सिन्हा ने कहा कि शिविरों को सफल बनाने में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों और आम नागरिकों की सराहनीय भूमिका रही है। सिन्हा ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें वंचित एवं अंतिम पंक्ति के व्यक्तियों तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाकर उन्हें लाभान्वित कर रही हैं। उन्होंने महासमुंद जिले के प्रत्येक गांव को विकसित करने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ का सपना अवश्य पूरा होगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचें और योजनाओं का लाभ उठाएं।
शिविर के दौरान पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा ने स्टॉल का निरीक्षण कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को लोगों की मांग एवं समस्याओं से संबंधित आवेदनों का गम्भीरता पूर्वक गुणवत्तायुक्त निराकरण के निर्देश दिए। साथ ही विभागीय योजनाओं की क्रियान्वयन की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर तभी सार्थक होगा जब लोगों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से गुणवत्तापूर्ण हो।
नगरपालिका उपाध्यक्ष देवीचंद राठी ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार आम जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि समाधान शिविरों के माध्यम से लोगों की शिकायतों और आवश्यकताओं को सीधे सुनकर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। सरकार की मंशा है कि शिविर के माध्यम से उनकी समस्याओं का निदान हो। साथ ही उन्होंने शहर के विकास कार्य के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी भी दी।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष एवं पार्षद पवन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार बहुत महती कार्यक्रम के साथ जनता के द्वार तक पहुंच रही है। जहां लोग बड़ी उम्मीद और विश्वास लेकर आवेदन दे रहे है। ये सभी विभागों की जिम्मेदारी है कि सभी आवेदनों का गम्भीरता पूर्ण और गुणवत्ता पूर्ण निदान सुनिश्चित करें। केन्द्र और राज्य सरकार की नीति और नियम स्पष्ट है कि आम जनता की समस्या का त्वरित निराकरण हो।
शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने दो गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की रस्म एवं नन्हें बालक का अन्नप्राशन की रस्म पूर्ण किया। वहीं मुख्य अतिथि सिन्हा द्वारा प्राथमिक शाला कुम्हारपारा में कक्षा 4 थी में अध्ययनरत दिव्यांग कु. डॉली नेताम को श्रवण यंत्र एवं उच्च प्राथमिक शाला स्टेशनपारा में कक्षा 8 वीं में अध्ययनरत दिव्यांग पोखराज को एमआर किट प्रदान किया गया। साथ ही हसीदा देवार को श्रमिक कार्ड दिया गया। ज्ञात है कि महासमुंद नगरीय निकाय में कुल 749 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनका निराकरण किया गया।
इस अवसर पार्षदगण हरबंश सिंह ढिल्लो, पीयूष साहू, राहुल आवड़े, माखन पटेल, शुभ्रा शर्मा, चंद्रशेखर बेलदार, माधुरी यदु, धनेश्वरी सोनवानी, गुलशन साहू, जय देवांगन एवं महेन्द्र सिक्का, मुन्ना साहू, हनीश बग्गा, गोविंद ठाकुर एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी अशोक सलामे सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे। इसी तरह महासमुंद विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत पाली पूर्व माध्यमिक शाला एवं पिथौरा विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत सपोस गुरूघासीदास खेल मैदान में समाधान शिविर का आयेजन किया गया।