
चेहरा दिखाइए, पैसा पाइए – IPPB ने लॉन्च की अनोखी सुविधा
अब ना ओटीपी की जरूरत, ना फिंगरप्रिंट का झंझट, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) ने बैंकिंग को और भी आसान बना दिया है। अब आपका चेहरा ही आपका पासवर्ड बन गया है। जी हां, अब सिर्फ कैमरे के सामने चेहरा दिखाइए और मिनटों में ट्रांजैक्शन हो जाएगा।
ये नई सुविधा क्या है?
IPPB ने UIDAI यानी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर आधार बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन सर्विस शुरू की है। इसमें ग्राहक का चेहरा ही उनकी पहचान बनेगा। ना ओटीपी, ना अंगूठा – बस चेहरा और ट्रांजैक्शन तैयार!
किसे होगा सबसे ज़्यादा फायदा?
बुजुर्गों को – जिनके फिंगरप्रिंट मशीन में स्कैन नहीं होते।
दिव्यांगजनों को – जिन्हें बार-बार मशीन छूना या ओटीपी डालना मुश्किल होता है।
बीमार और इमरजेंसी वाले हालात में – जब फोन या फिंगरप्रिंट यूज़ करना संभव नहीं होता।
और हर आम नागरिक को – जो आसान और झंझट-रहित बैंकिंग चाहता है।
क्यों है ये तकनीक इतनी खास?
पूरी तरह सुरक्षित – चेहरा आधार से जुड़ने के कारण फर्जीवाड़े की कोई जगह नहीं।
बहुत तेज़ – ओटीपी या वेटिंग का झंझट नहीं, सीधा ट्रांजैक्शन।
हर किसी के लिए – चाहे गांव हो या शहर, अब सबको मिलेगी बराबरी की बैंकिंग।
इज़्ज़त के साथ बैंकिंग – खासकर बुजुर्गों और ज़रूरतमंदों को मिलेगा सम्मान।
IPPB का मकसद – सिर्फ सुविधा नहीं, इज़्ज़त भी
IPPB के एमडी और सीईओ आर. विश्वेस्वरन ने कहा:
“हम चाहते हैं कि बैंकिंग सिर्फ एक सर्विस न रहे, बल्कि ऐसा अनुभव बने जिसमें हर व्यक्ति को सम्मान और सुविधा दोनों मिले। ये फेस ऑथेंटिकेशन उन्हीं लोगों के लिए उम्मीद की किरण है, जो अब तक OTP या फिंगरप्रिंट न होने की वजह से पीछे छूट जाते थे।”