
कोलगेट और टॉम्स ऑफ मेन पर टूथपेस्ट में सीसा-आर्सेनिक मिलने का मुकदमा
कोलगेट-पामोलिव और टॉम्स ऑफ मेन पर अमेरिका में एक नया क्लास एक्शन मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि कंपनियों ने अपने टूथपेस्ट को सुरक्षित बताकर बेचा, जबकि उनमें खतरनाक स्तर पर सीसा (लीड), आर्सेनिक और मरकरी पाए गए।
यह मुकदमा उपभोक्ता वाल्टर ट्राइश ने न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में दायर किया है। उनका कहना है कि दोनों कंपनियों ने उपभोक्ताओं को भ्रमित किया और सही जानकारी छिपाई।
स्वतंत्र लैब टेस्टिंग में टॉम्स ऑफ मेन सिली स्ट्रॉबेरी फ्लोराइड-फ्री टूथपेस्ट में 240 पार्ट्स पर बिलियन लेड और कोलगेट टोटल एक्टिव प्रिवेंशन व्हाइटनिंग टूथपेस्ट में 539 पार्ट्स पर बिलियन लेड पाया गया। यह मात्रा हेल्थ अथॉरिटीज़ द्वारा सुरक्षित मानी जाने वाली सीमा से कई गुना ज़्यादा है।
मुकदमे में कहा गया है कि कंपनियों के पास हैवी मेटल्स की जाँच करने और सुरक्षित फ़ॉर्मुलेशन बनाने की पूरी क्षमता थी, लेकिन उन्होंने जान-बूझकर ऐसा नहीं किया। ट्राइश का आरोप है कि कंपनियों के झूठे दावों की वजह से उपभोक्ताओं ने गलत जानकारी के आधार पर प्रोडक्ट खरीदे और उन्हें “सुरक्षित” समझकर ज़्यादा कीमत चुकानी पड़ी।
वह कंपनियों पर अनुचित लाभ (अनजस्ट एनरिचमेंट) और न्यूयॉर्क बिज़नेस लॉ के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मुआवज़े, पनिशमेंट और ज्यूरी ट्रायल की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी साल कोलगेट और टॉम्स ऑफ मेन पर एक मुकदमा दायर हुआ था, जिसमें किड्स नेचुरल फ्लोराइड-फ्री सिली स्ट्रॉबेरी टूथपेस्ट में असुरक्षित मात्रा में लेड और आर्सेनिक पाए जाने का आरोप था। इसके अलावा कुछ प्रोडक्ट्स में फफूँदी और बैक्टीरिया मिलने का भी दावा किया गया था।
यह मुकदमा ट्राइश बनाम कोलगेट-पामोलिव कंपनी, आदि, केस नंबर 1:25-सीवी-04443 नाम से यू.एस. डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, सदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क में चल रहा है।