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पिथौरा : वार्षिक वेतन वृद्धि न मिलने के विरोध में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारियों की हड़ताल शुरू

जीत यादव. जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रायपुर की सभी शाखाओं के कर्मचारियों ने अपनी वार्षिक वेतन वृद्धि न मिलने के विरोध में क्रमबद्ध और जोशपूर्ण हड़ताल शुरू कर दी है।

कर्मचारियों का कहना है कि पिछले पाँच वर्षों से उन्हें वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिला, जिसके चलते लगभग 800 कर्मचारियों के परिवार आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं।

कर्मचारियों ने न्याय पाने के लिए पहले सहकारिता विभाग से गुहार लगाई।परंतु विभाग द्वारा कोई ठोस कदम न उठाए जाने के कारण कर्मचारी संघ ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया न्यायालय की सिंगल बेंच और डबल बेंच, दोनों में कर्मचारियों को कोई राहत नहीं मिल सकी।


कर्मचारियों का आरोप है कि सहकारिता विभाग ने न्यायालय के आदेशों का भी पालन नहीं किया, जिससे असंतोष और बढ़ गया।आंदोलन की शुरुआत 29 अक्टूबर से हुई।पहले चरण में कर्मचारियों ने काली पट्टी पहनकर शांतिपूर्ण विरोध किया।अब 3 नवम्बर से आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया गया है।यह आंदोलन रायपुर जिला सहकारी बैंक की लगभग 73 शाखाओं और 700 से अधिक सहकारी समितियों से जुड़ा है।

इनमें शामिल जिले हैं - रायपुर, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, सारंगढ़, बिलाईगढ़, धमतरी, गरियाबंद इन सभी शाखाओं में ऋण वितरण, किसान योजनाएँ और धान खरीदी जैसे महत्वपूर्ण सरकारी कार्य बैंक के माध्यम से किए जाते हैं।

यदि कर्मचारियों की माँग जल्द पूरी नहीं की गई तो बैंक शाखाओं में तालाबंदी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इससे किसानों, आम खाताधारकों और शासन के कार्यों पर सीधा असर पड़ेगा।

जिला सहकारी बैंक शाखा पिरदा के बैंक मैनेजर: उत्तर प्रधान सुपरवाइज़र: राधेश्याम भोई क्लर्क: टीकम दीप, नरेश यदु ऑपरेटर: जयकुमार प्रधान, गार्ड: विद्याधर प्रधान ,प्यून: बिरबल प्रधान।

कर्मचारियों की माँगें लंबे समय से लंबित हैं और विभाग की चुप्पी ने उनकी नाराजगी को बढ़ा दिया है। यदि समय रहते समाधान नहीं निकला तो यह आंदोलन राज्य स्तरीय सहकारी बैंकिंग सेवाओं को प्रभावित कर सकता है, जिससे आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।


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