महासमुंद : अवैध धान परिवहन और भण्डारण पर बड़ी कार्रवाई, 1555 कट्टा अवैध धान जब्त
महासमुंद। खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान महासमुंद जिले के कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर अवैध धान संग्रहण और परिवहन पर रोक लगाने सतत निगरानी और सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में आज जिले के विभिन्न क्षेत्रों में राजस्व, वन, मंडी एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा 1555 कट्टा अवैध धान एवं 315 क्विंटल चावल जब्त कर संबंधित थानों एवं संस्थानों को सुपुर्द किया है।
बागबाहरा विकासखण्ड अंतर्गत मंगलवार को टेमरी अंतर्राज्यीय जांच चौकी में जांच के दौरान कुल 315 क्विंटल चावल बिना वैध दस्तावेजों के परिवहन करते हुए पाया गया। वन विभाग एवं जांच चौकी कर्मियों द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए इसे थाना बागबाहरा को सुपुर्द किया गया। इसी तरह ग्राम बागबहरा कला में आज संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई करते हुए 150 कट्टा धान जप्त किया गया। धान को नियम अनुसार मंडी/थाना के सुपुर्द किया गया है और संबंधित व्यक्तियों पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इसी तरह आज विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम मलदामाल में टीम ने छापेमारी के दौरान 365 कट्टा अवैध धान ग्राम चारभाठा में संतोष गुप्ता के गोदाम से 105 कट्टा अवैध धान जप्त किया। इसी तरह ग्राम गूठानिपाली में संयुक्त टीम द्वारा की गई कार्रवाई में कुल 750 कट्टा अवैध धान बरामद किया गया। इस दौरान टीम ने मुकेश प्रधान के फार्म हाउस में लगभग 400 कट्टा अवैध धान तथा उसी परिसर में स्थित शतकुमार प्रधान के हिस्से का लगभग 350 कट्टा अवैध धान खुले में संग्रहित पाया। मौके पर तत्काल पंचनामा तैयार कर समस्त धान को जब्त किया गया। जब्त किए गए सभी धान को मौके से उठाकर थाना सिंघोड़ा में विधिसम्मत प्रक्रिया के तहत जमा कराया गया है। बताया गया कि धान बिना किसी वैध दस्तावेज के भंडारित रखा गया था। ग्राम पिपरौद में जांच के दौरान 100 कट्टा धान अवैध रूप से संग्रहित पाया गया। संयुक्त टीम ने धान को जब्त कर मंडी प्रबंधन को सुपुर्द किया।
इसी तरह तहसील पिथौरा अंतर्गत तहसीलदार एवं राजस्व टीम ने आज ग्राम श्रीरामपुर में अवैध धान भंडारण के खिलाफ कार्रवाई की। प्राप्त सूचना के आधार पर टीम ने ग्राम में श्यामलाल दीवान के घर की जांच की। जांच के दौरान टीम को उनके घर में 450 बोरी अवैध धान भंडारित मिला, जिसे मौके पर ही जब्त कर लिया गया। राजस्व टीम द्वारा आवश्यक पंचनामा एवं दस्तावेजी कार्रवाई पूरी करने के बाद जब्त धान को नियम अनुसार सुरक्षित रखा गया। कलेक्टर ने खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के दौरान अवैध धान और चावल के परिवहन, संग्रहण या बिक्री को रोकने सभी उपार्जन केंद्रों और अंतर्राज्यीय जांच चौकियों को निर्देश दिए हैं कि संदिग्ध वाहनों एवं भंडारण स्थलों की नियमित जांच सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संयुक्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।